सांप के काटते ही झाड़फूंक में लग गए घरवाले, इलाज नहीं कराने से महिला की मौत

a woman died due to superstition after the snake bite in chhindwara
सांप के काटते ही झाड़फूंक में लग गए घरवाले, इलाज नहीं कराने से महिला की मौत
सांप के काटते ही झाड़फूंक में लग गए घरवाले, इलाज नहीं कराने से महिला की मौत

डिजिटल डेस्क, छिन्दवाड़ा/ पांढुर्ना। अपने बेटी के यहां आई एक बुजुर्ग महिला को मंगलवार की सुबह सांप ने काट लिया। सर्पदंश के बाद पीडि़त महिला को अस्पताल ले जाने और उपचार दिलाने के बजाय परिवार वाले झाडफ़ूंक कराने में लग गए। इस दौरान महिला करीब डेढ़ घंटे तक तड़पती रही। इस बीच जहर धीरे-धीरे शरीर में फैल गया, जिससे महिला की मौत हो गई। यह घटना पांढुर्ना विकासखंड के आदिवासी अंचल के ग्राम गायखुरी की है।

मांगुरली की रहने वाली सुमित्रा कलीराम धुर्वे (60) सोमवार की देर रात अपनी बेटी सुनिता मुन्ना उईके के यहां ग्राम गायखुरी गई थी। परिजनों ने बताया कि सुमित्रा की बेटी सुनिता यात्रा पर गई थी, जिसको लेकर मंगलवार को उसके यहां मावंदे का कार्यक्रम होना था, जिसमें शामिल होने ही सुमित्रा गायखुरी पहुंची थी। सोमवार की देर रात खेत में मौजूद घर में सुमित्रा सो रही थी, सुबह करीब सात बजे एक जहरीले सांप ने उसे काट लिया। सर्पदंश के बाद पीडि़त सुमित्रा को उपचार के लिए सीधे अस्पताल ले जाने के बजाय परिजन उसे रवि नामक एक बाबा के पास ले गए।

 


डेढ़ घंटे तक चलते रही झाडफ़ूंक
सांप का जहर उतारने के लिए रवि बाबा करीब डेढ़ घंटे तक मंत्र विधि करता रहा, पर सुमित्रा की हालत ठीक नही हुई। जिसके बाद बाबा के कहने पर ही परिजन सुमित्रा बाई को नांदनवाड़ी सीएचसी ले गए, यहां उसकी गंभीर अवस्था को देख डॉक्टरों ने उसे पांढुर्ना सीएचसी रेफर कर दिया। यहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पांढुर्ना सीएचसी के डॉ. निलेश धाड़से के अनुसार सर्पदंश से पीडि़त महिला मृत अवस्था में ही अस्पताल पहुंची थी। डॉक्टरों के अनुसार सांप का जहर सुमित्रा के शरीर में फैल गया था। समय रहते उसका उपचार होता तो वह बच सकती थी। परिजनों ने भी बताया कि रवि बाबा के मंत्र विधि के दौरान सुमित्रा बातचीत भी कर रही थी, पर झाडफ़ूंक के चक्कर में अस्पताल ले जाने में देरी हो गई।

Created On :   11 Sep 2018 11:27 AM GMT

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