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मोबाइल पर गेम खेलने के लिए फटकार लगाई तो युवती फांसी पर झूली

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मोबाइल सहित विभिन्न तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की "घुसपैठ" भारी पड़ने लगी है। छोटी-छोटी बातों पर किशोर से लेकर युवा तक जान देने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। कभी मोबाइल, तो कभी गेम के नाम पर आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं। उपराजधानी में इस तरह की फिर एक घटना सामने आई है। मोबाइल पर गेम खेल रही युवती को पिता ने फटकार लगाई तो उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका नाम अवंति अशोक फुलझेले (20) था। वह उमरेड, परसोडी के बालकृष्ण नगर की रहने वाली थी। यह घटना 4 जनवरी को दोपहर साढ़े तीन से शाम साढ़े पांच बजे के बीच की है। इस तरह की घटनाओं ने अभिभावकों की परेशानी बढ़ा दी है।
फटकार के बाद बैठ गई थी पढ़ने
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उमरेड थाने से करीब 1 किलोमीटर दूर बालकृष्ण नगर निवासी अशोक फुलझेले ने अपनी बेटी अवंति फुलझेले से कहा कि तू पढ़ाई नहीं करती। दिन भर मोबाइल पर गेम क्यों खेलती है, पिता की यह बात सुनने के बाद अवंति पढ़ने बैठ गई। पिता घर से बाहर निकले, तो अवंति अपने कमरे में चली गई। मां किसी और काम में व्यस्त थीं। अवंति काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं आई, तब उसकी दादी ने दरवाजे पर दस्तक दी। अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। तब उसकी दादी ने यह बात अपने बेटे अशोक को बताई। अशोक ने भी आवाज लगाई। पर कोई जवाब नहीं आया। किसी तरह कमरे को खोला गया तो सामने का दृश्य देख सबके होश उड़ गए। अवंति ने सीलिंग पंखे में दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली थी। उसका शव लटक रहा था। पिता ने फौरन उसे नीचे उतारा और उसे एक निजी अस्पताल ले गए। प्राथमिक जांच में ही डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अशोक ने उमरेड थाने को सूचना दी। आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया है।
माता-पिता की बातें बच्चे क्यों नहीं समझ पाते
अवंति के पिता और परिवार के लोगों का बुरा हाल है। बच्चे अपने माता-पिता की फटकार को न जाने गलत क्यों समझ बैठते हैं। आज जिस तरह के हालात हैं, उसमें पढ़ाई से महत्वपूर्ण कोई चीज नहीं है। यह बात हर माता-पिता जानता है। कोई भी माता-पिता अपने बच्चे के भले के लिए दो बात कह देते हैं। ऐसी बातों से ऐसा नहीं है कि माता-पिता अपने बच्चों से प्यार नहीं करते। बच्चों के भले के लिए ही डांटा जाता है। यह बात बच्चों को समझना चाहिए। -यशवंत सोलसे, थानेदार, उमरेड
यह रखें सावधानी
बच्चों को सबसे ज्यादा मां-बाप के प्यार और देखभाल की जरूरत होती है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चे के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं, इससे बच्चा मोबाइल का इस्तेमाल धीरे-धीरे कम कर देगा।
खाली समय में बच्चे की कैपिसिटी के अनुसार घरेलू कामों में उसका सहयोग लें। इससे बच्चा आत्मनिर्भर बनेगा और कुछ व्यावहारिक चीजें भी सीखेगा।
शौक के हिसाब से बच्चे को पेंटिंग, डांस, म्यूजिक व अन्य क्लास ज्वाइन करा सकते हैं।
बच्चे को मोबाइल की जगह कोई पालतू पशु लाकर दें। इससे बच्चे आपस में बातचीत करना और इमोशंस को जाहिर करना सीख सकते हैं।
मोबाइल के इस्तेमाल से रोका तो किशोरी ने खा लिया जहर
11 जुलाई 2020 - हुडकेश्वर क्षेत्र में भाई ने फोन इस्तेमाल करने से मना किया था, तो 19 वर्षीय किशोरी ने आत्महत्या कर ली थी। किशोरी अपने माता-पिता से मोबाइल फोन खरीदने के लिए कह रही थी। परिवार की खराब आर्थिक स्थिति के कारण यह संभव नहीं था। उसके भाई के पास एक फोन था, लेकिन वह उसे इसका इस्तेमाल नहीं करने दे रहा था। इसको लेकर दोनों के बीच बहस हुई और उसने जहर खा लिया था।
मां ने फोन छीना और किशोर ने कर ली आत्महत्या
12 नवंबर 2018 - महल इलाके के एक 14 साल के किशोर ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि उसकी मां ने उससे मोबाइल फोन छीन लिया था। किशोर वीडियो गेम का आदी था। इसके चलते उसी मां ने उससे मोबाइल फोन छीन लिया था। उसकी मां उसके अधिक मोबाइल फोन इस्तेमाल करने से परेशान थी। वह मोबाइल पर वीडियो गेम खेलने में घंटों बर्बाद करता था।
फोन नहीं मिला, किशोर ने दे दी थी जान
24 जून 2020 - नागपुर में 15 वर्षीय एक स्कूली किशोर ने माता-पिता से फोन मांगा, लेकिन फोन नहीं मिलने पर उसने फांसी लगा ली थी। पुलिस के अनुसार, किशोर के माता-पिता ने उससे कहा था कि अगले साल जब वह 10वीं कक्षा पास करेगा, तब उसे नया मोबाइल दिया जाएगा। यह घटना हेमू कॉलोनी की है।
Created On :   6 Jan 2021 4:05 PM IST