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सरकारी अनाज की कालाबाजारी करने वाले फरार आरोपी अग्रिम जमानत के जुगाड़ में

डिजिटल डेस्क,नागपुर। उपराजधानी में राशन अनाज की कालाबाजारी में लिप्त राशन अनाज माफियाओं ने अब अपने- अपने बचाव की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कलमना और पारडी थानांतर्गत पिछले दिनों राशन अनाज की कालाबाजारी प्रकरण में फरार आरोपी प्रदीप आकरे, चेतन मदान, प्रतीश हाड़गे और तुषार खोब्रागड़े की तलाश पुलिस अभी तक नहीं कर पाई है। सभी आरोपी अग्रिम जमानत के लिए जुगाड़ में लग गए हैं। चेतन मदान पर 5 माह पहले मामला दर्ज हुआ था। चेतन को गिरफ्तार कर पुलिस ने रिमांड पर लिया था।
जमानत मिलने के बाद से फरार है चेतन
चेतन और उसके साथी जमानत पर छूट गए थे। प्रदीप आकरे पर इसके पहले भी कार्रवाई की जा चुकी है। आकरे बंधुओं की बलवंत किराना पर छापेमारी कर लाखों रुपए का माल जब्त किया गया था। कलमना पुलिस ने राशन अनाज की कालाबाजारी में खुशाल वासवानी, पारडी पुलिस ने दिनेश आकरे, बंशी राऊत, वैभव उर्फ अन्ना रेवतकर और जागोजी ढोबले को गिरफ्तार किया है। इनमें कुछ आरोपी ऐसे हैं, जिनकी खुद की राशन दुकान ही नहीं है, फिर भी यह लोग करोड़ों के राशन अनाज की हर माह कालाबाजारी करते हैं।
गिरफ्तारी के बाद सामने आ सकते हैं चौंकाने वाले तथ्य
दिनेश का भाई प्रदीप फरार है। आकरे बंधुओं की कुछ दुकान को निलंबित किए जाने की जानकारी सामने आई है। आकरे बंधुओं से जुड़े किसी डड्ढा नामक ट्रांसपोर्टर के बारे में भी छानबीन की जा रही है। फरार प्रदीप और चेतन और उसके साथियों की गिरफ्तारी होने पर कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आएंगे।। पुलिस रविवार और सोमवार संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगे।
अपराध शाखा पुलिस की यूनिट-4 ने की थी कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार अपराध शाखा पुलिस विभाग की यूनिट 4 के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक मेश्राम ने प्रदीप आकरे और बंसी राऊत को नवंबर 2020 को गिरफ्तार किया था और बलवंत किराना स्टोर्स के गोदाम से करीब 8 लाख 60 हजार का माल जब्त किया था। लकड़गंज पुलिस कालाबाजारी के आरोप में आरोपी चेतन मदान, श्रीकांत कक्कड़, उमेश साहू, मो. रियाज, अकरम खान, प्रदीप काजवे और विक्की जगदाले को गिरफ्तार कर चुकी है। इन आरोपियों के साथ कुछ लोगों के नाम चर्चा में थे, लेकिन उन तक पुलिस नहीं पहुंच पाई थी। कई एजेंटों को पूछताछ कर छोड़ दिया गया था।
कालाबाजारी में पुलिस का खेल
सूत्रों के अनुसार शहर में अन्न व आपूर्ति विभाग ने बहुत कम प्रमाण में किराना दुकान मालिकों को राशन अनाज की दुकान के लाइसेंस दिया है। इनमें से अधिकांश दुकानदारों के मार्फत ही राशनिंग की कालाबाजारी हो रही है। इस मामले में संबंधित क्षेत्र की पुलिस भी माल कमाती रही है। शासकीय अनाज संग्रहण केंद्र से राशनिंग दुकानों का अनाज राशन की दुकान में पहुंचने के बजाय अनाज माफियाओं के गोदाम में पहुंच जाता था। राशन अनाज की कालाबाजारी में चतुर्वेदी, दीक्षित, तिवारी व शैलेश सहित कई ऐसे पुलिसवालों के नाम हैं, जो वसूली पार्टी के रूप में अक्सर चर्चा में रहते हैं। इसके पहले कलमना, पारडी और लकड़गंज में राशन के अनाज की कालाबाजारी को लेकर छापेमारी हो चुकी है, लेकिन कार्रवाई कुछ समय बाद ठंडे बस्ते में चली गई।
Created On :   10 March 2021 12:41 PM IST