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मंडी में खनिज का अवैध भंडारण, पाटन क्षेत्र से साढ़े 550 हाईवा रेत जब्त, लगातार तीसरे दिन भी कार्रवाई
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। पाटन-शहपुरा क्षेत्र में प्रशासन ने लगातार तीसरे दिन खनिज माफिया के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बुधवार को बड़ी मात्रा में रेत का अवैध स्टॉक बरामद किया है। पिछले तीन दिन से क्षेत्र में चल रही कार्रवाई के दौरान पकड़े गए वाहन व जब्त किए गए स्टॉक से यह साफ है कि पाटन-शहपुरा क्षेत्र रेत माफिया का गढ़ बनता जा रहा है। इस बीच लगातार हो रही कार्रवाई से पूरे इलाके में हड़कम्प की स्थिति बनी हुई है। आलम यह है कि रेत माफिया एड़ी-चोटी का जोर लगाकर कार्रवाई में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं। यही नहीं कई राजनैतिक आकाओं से भी फोन कर दबाव बनवाया जा रहा है। हालांकि, इसको लेकर प्रशासनिक अधिकारी ज्यादा परवाह नहीं कर रहे हैं।
पता चला है कि कलेक्टर छवि भारद्वाज के निर्देश पर एसडीएम पाटन पीके सेनगुप्ता द्वारा बुधवार को की गई कार्रवाई में करीब 550 हाईवा रेत का स्टॉक बरामद किया गया है। एसडीएम के अनुसार, यह पूरा अवैध भण्डार पाटन-शहपुरा के पांच इलाकों से बरामद हुआ है। इसके तहत शहपुरा मण्डी के अंदर सौ हाईवा व मण्डी के पीछे 75 हाईवा रेत का अवैध भण्डारण मिला है।
इसी प्रकार ग्राम बड़ैयाखेड़ा से ढाई सौ, सुरैया से पचास व कैमोरी से 75 हाईवा रेत को जब्त करने की कार्रवाई की गई। जब्ती की कार्रवाई के बाद माईनिंग विभाग के अधिकारी पीके तिवारी व देवेन्द्र पटले को भी सूचना दी गई, जिसके बाद उनके मौके पर पहुंचने पर एसडीएम ने जब्त किए गए स्टॉक के बनाए गए प्रकरण उन्हें सौंपे। माईनिंग अधिकारियों ने जब्त स्टॉक को संबंधित ग्राम के सरपंचों के सुपुर्द किया है।
बारिश के चलते हो रहा भण्डारण-
जानकारों का कहना है कि बारिश के मौसम में उत्खनन पर पाबंदी लग जाने के कारण माफिया रेत का अवैध भण्डारण करने लगते हैं। ताकि, बाजार में मांग के अनुरुप रेत मुहैया करवाई जा सके। इसके लिए वे ग्राहकों से मोटी रकम भी वसूलते हैं और मानसून के आधिकारिक तीन महीनें के अंतराल में तगड़ी कमाई करते हैं। सूत्रों की माने तो कार्रवाई के दौरान जो भी रेत स्टॉक जब्त किए जा रहे हैं, उन्हें बारिश के चलते ही भण्डारित किया गया है।
मण्डी के अंदर कैसे पहुंची रेत-
कार्रवाई के दौरान शहपुरा मण्डी व उसके प्रागंण के पिछले हिस्से में रेत का अवैध स्टॉक बरामद किया गया है। अब सवाल यह उठ रहा है कि अनाज को सुरक्षित रखने के लिए की गई व्यवस्था में किस स्तर पर सेंधमारी हुई और इतनी बड़ी मात्रा में रेत का भण्डार मण्डीके अंदर कर लिया गया। जबकि, मण्डी परिसर के अंदर प्रवेश करते समय ही गेट पर सुरक्षा कर्मी मौजूद रहते हैं।
Created On :   2 Aug 2018 8:07 AM GMT