प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर ट्रांसफर करवाने वाले 36 टीचर्स पर कार्रवाई

Action has been taken on 36 teachers who have presented wrong documents for transfer
प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर ट्रांसफर करवाने वाले 36 टीचर्स पर कार्रवाई
प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर ट्रांसफर करवाने वाले 36 टीचर्स पर कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  नमें से 32 शिक्षकों की एक वेतन वृद्धि पर ‘कायम रोक’ लगा दी गई है, वहीं 4 शिक्षकों का तबादला रद्द कर वापस उसी जगह पद स्थापना की गई है।

की गई जांच-पड़ताल
उल्लेखनीय है कि मई 2018 में जिला परिषद के प्राथमिक शिक्षकों के पहली बार ऑनलाइन तबादले किए गए। तबादले के लिए इच्छुक शिक्षकों से ऑनलाइन जानकारी मंगवाई गई। अनेक शिक्षकों ने गंभीर बीमारी, विकलांगता, वैवाहिक स्थिति, जोड़ीदार की आस्थापना का अंतर के गलत दस्तावेज जोड़कर शिक्षा विभाग को गुमराह किया। अपनी सुविधा के लिए झूठ बोलकर तबादला करवाने वाले शिक्षकों के कारण अनेक शिक्षकों को विस्थापित होना पड़ा। कुछ शिक्षकों को रैंडम प्रक्रिया में दुर्गम क्षेत्र में भेजा गया।

झूठे शिक्षकों की करतूत से जिन शिक्षकों पर अन्याय हुआ, उन्होंने शिक्षा विभाग से इसकी शिकायत की। संपूर्ण महाराष्ट्र में शिक्षकों की तबादला प्रक्रिया में इस तरह की धांधली की शिकायत आने से झूठी जानकारी देने वाले शिक्षकों पर कठोर कार्रवाई करने के ग्राम विकास विभाग ने स्पष्ट निर्देश दिए थे। तबादला किए गए शिक्षकों के प्रस्ताव की गहन जांच-पड़ताल की गई। जांच में 36 शिक्षकों को झूठी जानकारी देकर शिक्षा विभाग को गुमराह किए जाने का दोषी करार दिया गया।

अन्य जिलों में कार्रवाई की गई
झूठी जानकारी देकर तबादला करवाने वाले दोषी शिक्षकों के खिलाफ राज्य के अन्य जिलों में कठोर कार्रवाई की गई है। नागपुर जिला परिषद द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए थे। शिक्षक कृति समिति जिलाध्यक्ष लीलाधर ठाकरे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय यादव से मिलकर दोषी शिक्षकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की। जाधव ने इसे गंभीरता से लेकर तत्काल कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। प्राथमिक शिक्षा अधिकारी चिंतामण वंजारी को तत्काल कार्रवाई का प्रस्ताव पेश करने के आदेश दिए। प्रतिनिधिमंडल में सचिव सुनील पेटकर, प्रमोद लोन्हारे, मुरलीधर कामड़े, टी. वाई. माले, प्रबोध धोंगड़े, प्रदीप कामड़ी, अनिल नासरे का समावेश रहा।

गलत जानकारी देकर शिक्षा विभाग को गुमराह करने वाले 36 शिक्षक दोषी पाए गए हैं। इनमें से 32 शिक्षकों की एक वेतन वृद्धि रोकी जाएगी। वहीं 4 शिक्षकों के तबादले रद्द कर वापस उसी जगह पद स्थापना की गई है।
चिंतामण वंजारी, शिक्षा धिकारी (प्राथमिक), जिला परिषद नागपुर

Created On :   27 Sept 2018 11:21 AM IST

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