धारणी, चिखलदरा के आदिवासी और गरीब परिवार घर छोड़ने पर विवश 

Adivasi and poor families of Dharani, Chikhaldara forced to leave their homes
धारणी, चिखलदरा के आदिवासी और गरीब परिवार घर छोड़ने पर विवश 
मजबूरी धारणी, चिखलदरा के आदिवासी और गरीब परिवार घर छोड़ने पर विवश 

डिजिटल डेस्क, अमरावती।  त्यौहारों का मौसम लगभग खत्म हो चुका है। एक बार फिर से आदिवासी बहुल क्षेत्रों के गरीब मजदूर काम की तलाश में अपने घरों को छोड़ने लगे हैं। खास बात यह है कि रोजगार के अभाव में पलायन की त्रासदी सह रहे मजदूर अपने छोटे बच्चों को साथ में लेकर घरों से निकलने लगे है। किसी ओर जगह जाकर रोजगार करने की स्थिति में बच्चे पोषण आहार की सुविधा से भी वंचित हो जाते है। 

जिले के धारणी, चिखलदरा तहसील के मजदूर मराठवाडा, चैन्नई, बैंगलोर, कनार्टक आदि क्षेत्रों में रोजगार के लिए जाते है। दो वर्षो से कोरोना संक्रमण के चलते कई मजदूरों को बेरोजगारी का सामना करना पड रहा था। किंतु अब स्थिति सामान्य होने लगी है और गरीब मजदूर बडे पैमाने पर पलायन अब एक बार फिर से रोजगार की तलाश में कई परिवार अपना घर छोडने पर मजबूर है और पलायन की तैयारियां शुरु की है।  पिछले वर्ष मेलघाट क्षेत्र में आनेवाले धारणी, चिखलदरा तहसील के बहुद से गांव खाली हो चुके थे। इस वर्ष भी अब वही स्थिति दिखाई देने की आशंका व्यक्त की जा रही है। मेलघाट के मजदूरों को स्थानीय स्तर पर काम न मिलने की वजह से यह मजदूर बाहर जाने के लिए मजबूर है। सरकारी यंत्रणा अभी इतनी सक्षम नहीं है कि प्रशासन की ओर से इन्हें काम दिया जा सके। अनेक योजनाओं का लाभ इन गरीब आदिवासी परिवारों तक पहुंच ही नहीं पाया है। जिसके चलते इन्हें पलायन की त्रासदी झेलनी पड़ रही है। 
 

Created On :   9 Nov 2021 9:06 PM IST

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