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खरीफ के पहले प्रशासन सख्त, कृषि केंद्रों पर नजर रखेंगे 62 दल

डिजिटल डेस्क, अमरावती । पश्चिम विदर्भ के अमरावती, अकोला, यवतमाल, वाशिम, बुलढाणा जिलों में खरीफ के लिए खाद, बीज, कीटनाशक, फलोत्पादन रसायन आदि के खरीदी-बिक्री व्यवहार पर कृषि विभाग की कड़ी नजर रहेगी। खरीफ बुआई को शुरू होने मात्र तीन सप्ताह ही शेष है। खरीफ मौसम की तैयारी में कृषि विभाग भी लग चुका है। फर्जी, दोषयुक्त बीज, रसायन, खाद आदि की बिक्री के माध्यम से किसी भी किसान को खरीफ उत्पादन से वंचित न रहना पड़े इसके लिए पश्चिम विदर्भ के पांचों जिलों में 62 उड़नदस्ते गठित किए गए हैं। इसके अलावा कृषि सेवा केंद्र के लिए पंचायत समिति कृषि विभाग के एक अधिकारी की नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्ति करने की जानकारी कृषि विभाग ने दी है।
किसी भी कृषि उत्पाद संबंध में शिकायत प्राप्त होते ही तत्काल कार्रवाई की जाएगी। इस उड़नदस्ते द्वारा सभी कृषि केंद्रों की जांच की जाएगी। इसके लिए अमरावती संभाग की 56 तहसीलों में प्रति एक के अनुसार 56 उड़न दस्ते तैयार किये गए हैं। इसमें तहसील कृषि अधिकारी दल प्रमुख रहेंगे। दल में कृषि अधिकारी, निरीक्षक नापतौल विभाग, मंडल कॄषि अधिकारी और पंचायत समिति के कृषि अधिकारी का समावेश रहेगा।
जिला परिषद के कृषि अधिकारी यह जिला स्तरीय दल के प्रमुख रहेंगे। इस दल में संबंधित उपविभागीय कृषि अधिकारी, जिप अभियान अधिकारी, निरीक्षक नापतौल, जिला क्वालिटी निरीक्षक का समावेश रहेगा। इसके अलावा संभागीय स्तर के उड़नदस्ते में तकनीकी अधिकारी, गुणवत्ता नियंत्रक यह दल प्रमुख होंगे। दल में कृषि अधिकारी, सहायक निरीक्षक नापतौल विभाग और संभागीय गुणवत्ता नियंत्रक का समावेश किया गया है।
कपास के बीज के लिए पांच समितियां गठित
खरीफ मौसम के तैयारियों की पार्श्वभूमि पर कपास बीज के लिए प्रत्येक जिले में एक इस तरह पांच समितियों का गठन किया गया है। इसके अलावा कृषि साहित्य, सामग्री की उपलब्धता व शिकायत निवारण के लिए 62 कक्ष और हर तहसील में एक इस प्रकार कुल 56 शिकायत निवारण समिति गठित कर ली गई है। इस हेतु प्रत्येक पथक के अधिकारी-कर्मचारियों को योग्य प्रशिक्षण देने की बात संभागीय कृषि सहसंचालक किसनराव मुले ने कही है।
Created On :   13 May 2022 1:06 PM IST