संंजीवनी साबित होगी न्यूबॉर्न बेबी गर्भनाल, ये हैं फायदे

Advantages of Preserving Newborn Babys Umbilical cord
संंजीवनी साबित होगी न्यूबॉर्न बेबी गर्भनाल, ये हैं फायदे
संंजीवनी साबित होगी न्यूबॉर्न बेबी गर्भनाल, ये हैं फायदे

दीप्ति मुले , नागपुर । न्यूबॉर्न बेबी गर्भनाल से भविष्य में होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है या यूं कहें कि यह आगे चलकर संजीवनी साबित हो सकती है।  इसी बात को ध्यान में रखते हुए पैरेंट्स अपने न्यूबॉर्न बेबी के गर्भनाल (रक्त कोशिका) को सुरक्षित करवा रहे हैं। इससे न केवल उस बच्चे को बल्कि भाई-बहन, दादा-दादी, नाना-नानी और माता-पिता को बीमारियों से बचाया जा सकता है। गर्भनाल के जरिए लगभग 100 से अधिक बीमारियों का इलाज जैसे- कैंसर, ज्यूकेमिया, थैलेसीमिया, मधुमेह और लिवर का इलाज किया जा सकता है। शहर के निजी गर्भनाल रक्त बैंकों में हर रोज कम से कम 20 से 25 दंपति अपने बच्चों के गर्भनाल की स्टेम कोशिकाओं को संरक्षित करवाते हैं। गर्भनाल को लांग टर्म तक संरक्षित किया जा सकता है।

जिंदगी बचाने में सहायक
जब हमें पता चला कि अपने शिशु की गर्भनाल को डोनेट किया जा सकता है, तब हमने सोचा कि अगर किसी जरूरतमंद को इससे मदद मिल सके, तो इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। अपने परिवार के लिए हर कोई करता है, पर दूसरों की मदद करने के बारे में भी सोचना चाहिए। निजी गर्भनाल रक्त कोशिका बैंकिंग की सुविधा बहुत से जगह है, पर पब्लिक गर्भनाल बैंकिंग की सुविधा देश के कुछ ही संस्थानों मे है।
सीमा अरुण वासनिक, त्रिमूर्ति नगर

पहले ही कर ली थी प्लानिंग
गर्भनाल संरक्षित करवाने के चार्जेस बहुत ज्यादा हैं, पर बच्चे और परिवार की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। जब हमें पता चला कि बेबी होने वाला है, तो हमने निजी बैंक से संपर्क किया। वहां पूरी फॉर्मेलिटी चलती रही और वाइफ को हॉस्पिटल में एडमिट करने के बाद तुरंत जानकारी दी, तो जैसे ही बेबी हुआ, बैंक वाले गर्भनाल ले गए। स्टेम सेल बैंकिंग बहुत ही अच्छा उपाय है। कुछ बीमारियां पारिवारिक होती हैं यानी वो वर्षों से चली आ रही हैं, तो ऐसे परिवार के लोगों को पैदा होने वाले बच्चों का गर्भनाल संरक्षित अवश्य करवाना चाहिए।
माया अमोल नाजपांडे, विजया नगर

वर्षों तक कर सकते हैं संरक्षित
आजकल जागरूकता बहुत है। पैरेंट्स वर्तमान के साथ भविष्य को ध्यान में रख रहे हैं। बहुत से पैरेंट्स ने बच्चों तथा परिवार के लिए गर्भनाल को संरक्षित करवाया है। पहले के समय में गर्भनाल को ऐसे ही फेंक दिया जाता था, पर अब इसको लेकर पैरेंट्स में जागरूकता आई है। गर्भनाल रक्त कोशिकाओं से 100 से अधिक बीमारियों का इलाज संभव है। इसको विशेष तापमान पर वर्षों तक संरक्षित रखा जा सकता है।
डॉ. शिल्पी सूद, गायनेकोलॉजिस्ट

Created On :   15 March 2018 3:43 PM IST

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