नागपुर में कोरोना मरीजों की संख्या पर मुख्यमंत्री के सलाहकार ने जताई चिंता

Advisor to Chief Minister expressed concern over number of corona patients in Nagpur
  नागपुर में कोरोना मरीजों की संख्या पर मुख्यमंत्री के सलाहकार ने जताई चिंता
  नागपुर में कोरोना मरीजों की संख्या पर मुख्यमंत्री के सलाहकार ने जताई चिंता

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर में कोरोना मरीजों की संख्या पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री के कोरोना विषयक सलाहकार डॉ. दीपक म्हैसेकर ने कहा कि नागपुर में मरीजों की संख्या कम करने पर जोर दिया जाए। इसके लिए टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और बीमारी बाबत जनजागृति के लिए मुहिम चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण होने के बाद काफी संख्या में लोग ठीक हुए हैं। इन मरीजों के शारीरिक व मानसिक समस्याओं का निराकरण कर उन्हें आवश्यक वैद्यकीय उपचार तत्काल मिले, इसके लिए पोस्ट कोविड सेंटर अधिक सक्षम बनाया जाए। 

जिले में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण पाने और कोविड वैक्सीन को लेकर उच्चस्तरीय बैठक बचत भवन में हुई। इस अवसर पर डॉ. म्हैसेकर बोल रहे थे। जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे, सीईओ योगेश कुंभेजकर, मनपा के अतिरिक्त आयुक्त जलज शर्मा, राम जोशी, डॉ. देव, स्वास्थ्य विभाग के उपसंचालक डॉ. संजय जायस्वाल, मेयो के अधिष्ठाता डॉ. अजय केवलिया, मेडिकल के प्रभारी अधिष्ठाता डॉ. आर.पी. सिंह, जिला शल्य चिकित्सक देवेंद्र पातुरकर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डी.एस. सेलोकर, जिला टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. मिलिंद भुरसुंडी, डॉ. रवींद्र सरनाईक, डॉ. अविनाश गावंडे आदि उपस्थित थे। 

घर-घर जाकर मरीजों को ढूढें
मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. म्हैसेकर ने कहा कि कोविड वैक्सीन को लेकर लाभार्थियों में कुछ प्रमाण में उदासीनता दिख रही है। इसके लिए वैक्सीन का उत्पादन, उपयोग, शरीर पर होने वाले परिणाम बाबत लाभार्थियों को वैक्सीन की अतिरिक्त जानकारी दी जाए। वैक्सीनेशन के बाद शरीर में प्रतिकार शक्ति विकसित होने में समय लगता है। यह विकसित होने तक संबंधित व्यक्ति को कोविड की बाधा न पहुंचे। वैक्सीनेशन के बाद कोविड मार्गदर्शिका का पालन होना आवश्यक है। इसके लिए जनजागृति की जाए। कोविड योद्धाओं को कोवैक्सीन और कोविशिल्ड दो प्रकार की वैक्सीन दी जाए। अन्य वैक्सीन की तरह दोनों समान रूप से सुरक्षित है। वैक्सीनेशन के लिए कोविन एप में किए जाने वाले पंजीयन पर ध्यान रखा जाए। मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदार उपक्रम अंतर्गत प्रशासन द्वारा घर-घर जाकर कोविड मरीजों को ढूंढा जाए। 

स्कूलों पर नजर रखे मनपा
डॉ. म्हैसेकर ने कहा कि स्कूलों में कोविड नियमों का पालन हो रहा है या नहीं? इस पर नजर रखें। निजी अस्पतालों द्वारा कोविड के गंभीर मरीजों पर उपचार करने के लिए एेन वक्त पर इनकार करने की शिकायत मिल रही है। इस पर मनपा नियंत्रण करें। विदर्भ के अकोला, भंडारा और यवतमाल में कोविड परिस्थिति पर नियंत्रण करने के लिए कोविड मार्गदर्शिका का पालन सख्ती से करें। डॉक्टर्स, नर्स और कर्मचारियों का वैक्सीनेशन पूरी तरह हो, इसके लिए प्रयास करें। कोरोना प्रतिबंधक वैक्सीन के कारण नागरिकों को कुछ राहत मिली है, लेकिन धोखा कायम है। 

Created On :   11 Feb 2021 1:30 PM IST

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