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नागपुर 3 माह के मेडिकल वीजा पर आया था अफगानी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। तालिबानी आतंकियों से जुड़े होने के संदेह में नागपुर पुलिस ने नूर मोहम्मद अजीज मोहम्मद (30) को गिरफ्तार किया। नूर मोहम्मद कंबल बेचने का काम कर रहा था। वह 3 महीने के मेडिकल वीजा पर नागपुर आया था। नागपुर आने के बाद कहीं पर भी वीजा का पंजीयन नहीं कराया। यही नहीं, वीजा की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी नागपुर में अवैध तरीके से रह रहा था।
पुलिस के सामने महत्वपूर्ण सवाल
विशेष शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त बसवराज तेली ने बताया कि मौजूदा समय में 95 अफगानी नागरिक नागपुर में शरणार्थी की तौर हैं। उनके पास रिफ्यूजी का कार्ड है। इसका पुलिस के पास बाकायदा पंजीयन भी है। पुलिस समय-समय पर उनके बारे में खोज-खबर लेते रहती है। अब पुलिस के सामने अहम सवाल यह भी है कि नूर मोहम्मद 3 माह के मेडिकल वीजा पर नागपुर आया था, लेकिन उसने कहीं पर कोई इलाज नहीं कराया है।
दोबारा अपील भी नामंजूर हो गई थी पुलिस इस बात को लेकर परेशान है कि उसे मेडिकल वीजा पर नागपुर आने के पहले छानबीन की जानी चाहिए थी। मेडिकल वीजा की समय सीमा समाप्त होने के बाद उसने यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट काउंसिल को वीजा की समय सीमा बढ़ाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसका अावेदन नामंजूर कर दिया गया। दोबारा अपील भी नामंजूर होने पर वह नागपुर में रहने लगा। शरणार्थी प्रमाण-पत्र के लिए भी प्रयास किया था।
अफगानिस्तान भेजने की प्रक्रिया शुरू
नूर मोहम्मद को वापस अफगानिस्तान भेजने के लिए पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। मुंबई स्थित काउंसलेट जनरल ऑफ अफगानिस्तान कार्यालय को पत्र भेजा गया है। जबाब आने पर पुलिस उसे अफगानिस्तान भेजने की तैयारी करेगी। फिलहाल नूर मोहम्मद उर्फ अब्दुल हक विशेष शाखा पुलिस की गिरफ्त में है। उसके तालिबानी आतंकियों से जुड़े होने के मामले की भी छानबीन चल रही है।
टेम्पररी परमिट पर भी भेजा जा सकता है
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नूर मोहम्मद को अफगानिस्तान भेजने के लिए पुलिस ने काउंसलेट जनरल ऑफ अफगानिस्तान कार्यालय में जो पत्र भेजा है, उसके आधार पर उसे टेम्पररी परमिट मिल सकता है। नूर मोहम्मद के बारे में पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार को गुप्त सूचना मिली थी। उन्होंने इस कार्य के लिए विशेष शाखा पुलिस विभाग के उपायुक्त बसवराज तेली को जिम्मेदारी सौंपी। बुधवार को नूर मोहम्मद को पुलिस दस्ते ने दिघोरी इलाके से गिरफ्त में लिया।
रिफ्यूजी कार्ड पाने की कोशिश
नूर माेहम्मद सोशल मीडिया के माध्यम से तालिबानी आतंकियों को फॉलोअप करने की कोशिश करता था। उसने नागपुर में अवैध तरीके से रहने के दौरान यहां रह रहे दूसरे रिफ्यूजी (शरणार्थी) की तरह रिफ्यूजी कार्ड पाने की कोशिश की थी, लेकिन उसे रिफ्यूजी कार्ड नहीं मिल सका था। नूर मोहम्मद की तरह नागपुर में और कितने लोग अवैध तरीके से रहते हैं, इसकी पुलिस जांच कर रही है।
नागपुर में 14 करोड़ 82 लाख का खर्च अनुमानित
मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज के विद्यार्थियों के लिए राज्य के हर जिले व विद्यापीठ परिसर में छात्रावास बनाने का निर्णय अल्पसंख्यक विकास विभाग की तरफ से लिया गया है। नागपुर में बननेवाले छात्रावास पर 14 करोड़ 82 लाख का खर्च अनुमानित है आैर इसे प्रशासकीय मान्यता दे दी गई है। नागपुर में विदर्भ के कोने-कोने से विद्यार्थी पढ़ने आते हैं। छात्रावास सुविधायुक्त व छात्राआें के लिए सुरक्षित रहेगा।
Created On :   18 Jun 2021 6:26 AM GMT