एक माह बाद फिर लौटी शालाओं में रौनक, विद्यार्थियों से कक्षाएं रहीं गुलजार

After a month, the schools returned again, the classes were buzzing with the students
एक माह बाद फिर लौटी शालाओं में रौनक, विद्यार्थियों से कक्षाएं रहीं गुलजार
शिक्षा एक माह बाद फिर लौटी शालाओं में रौनक, विद्यार्थियों से कक्षाएं रहीं गुलजार

डिजिटल डेस्क,  अमरावती। कोरोना की तीसरी लहर के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा अमरावती सहित पूरे राज्य में सरकारी व गैर सरकारी शैक्षणिक संस्थाओं को बंद किए जाने का आदेश जारी किया गया था। इस दौरान ऑनलाईन प्रणाली के तहत विद्यार्थियों को शिक्षा दी जा रही थी। तीसरी लहर का खतरा थमते ही एक बार फिर मंगलवार से 5वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूल शुरु कर दिए गए हैं। करीब 32 दिनों तक स्कूल बंद रहने के बाद कक्षाओं में दोबारा विद्यार्थियों की उपस्थिति देखी गई। अमरावती मनपा क्षेत्र सहित ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल कोरोना प्रतिबंधात्तमक उपाय योजनाओं के तहत खोले गए। 

जिलाधीश पवनीत कौर द्वारा जारी किए गए आदेश के तहत मंगलवार से अमरावती जिले की सभी सरकारी, गैर सरकारी स्कूलें शुरू कर दी गईं हंै। मंगलवार को कक्षाओं में कम ही विद्यार्थियों की उपस्थिति देखी गई। जिनके पास माता-पिता द्वारा लिखित तौर पर दिया गया सहमति पत्र मौजूद था। पहले दिन जिले के 2 हजार 897 स्कूलों में 1 लाख 80 हजार 709 विद्यार्थी उपस्थित रहे। स्कूलों में पहुंचनेवाले विद्यार्थियों की सबसे अधिक संख्या कक्षा 10वीं और 12वीं में दर्ज की गई। इन दोनों कक्षाओं में उपस्थित रहनेवाले विद्यार्थियों की संख्या 63 हजार 916 बताई गई। स्कूल में पहुंचनेवाले प्रत्येक विद्यार्थी के शरीर का तापमान जांचा गया। मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग भी अनिवार्य किया गया था। साथ ही सोशल डिस्टंसिंग के तहत विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था दिखाई दी। फिलहाल राज्य सरकार द्वारा पहली से चौथी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए पारंपरिक शिक्षा शुरु करने के आदेश नहीं दिए गए हंै। जानकारी के अनुसार स्कूल पहुंचनेवाले किसी भी विद्यार्थी के कोरोनाग्रस्त होने पर संबंधित कक्षा को 14 दिनों के लिए बंद कर दिया जाएगा। मंगलवार को स्कूल में पहुंचनेवाले प्रत्येक विद्यार्थियों को कोराेना टीकाकरण व कोरोना संबंधित उपाय योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।  साथ ही प्रशासन द्वारा बच्चों के अभिभावकों से निवेदन किया गया है कि वह  विद्यार्थियों को सुरक्षा संबंधित शिक्षा प्रदान करते हुए उन्हें स्कूलों में पहुंचने के लिए प्रोात्साहित करें।

फिर शुरू होगा टीकाकरण  
जिला शिक्षा विभाग के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर 15 से 18 वर्ष के विद्यार्थियों के अलावा 12 से 15 वर्ष के विद्यार्थियों का टीकाकरण शुरू होने के बाद स्कूलों में ही विद्यार्थियों को टीका लगाया जाएगा। जिससे बच्चों के टीकाकरण अभियान को गति पूर्वक पूरा किया जाएगा। इसके अलावा शिक्षकों को बूस्टर डोज दिए जाने की प्रक्रिया भी गतिशील किए जाने की बात कही गई है। 

Created On :   9 Feb 2022 1:16 PM IST

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