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कैबिनेट की बैठक निरस्त होने के बाद डॉक्टरों ने स्थगित की हड़ताल, दोबारा प्रस्ताव लाने पर दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मप्र राज्य सरकार की मंगलवार को प्रस्तावित केबिनेट बैठक निरस्त कर दी गई। इसके बाद प्रदेशव्यापी हड़ताली डॉक्टर्स ने भी हड़ताल स्थगित कर दी। डॉक्टर मेडिकल कॉलेजों में प्रशासकों की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि यदि अगली बैठक में प्रस्ताव को लाया जाता है कि तो सभी सेवाएं बंद कर इमरजेंसी सेवा भी बंद कर दी जाएगी।
दरअसल कैबिनेट में मेडिकल कॉलेज और उससे संबंधित अस्पतालों में चिकित्सा और प्रबंधन की अलग-अलग शाखा बनाने का प्रस्ताव की चर्चा थी। लेकिन कई मंत्रियों के गुजरात चुनाव में प्रचार पर होने से केबिनेट निरस्त कर दी गई। इसके बाद हड़ताली डॉक्टरों ने भी हड़ताल स्थगित कर दी। बता दें प्रशासकों की नियुक्ति के विरोध में 13 मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर एकजुट हो गए है।
इसको लेकर मध्य प्रदेश प्रोग्रेसिव मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के सचिव डॉक्टर राकेश मालवीय का कहना है कि प्रदेश के सभी 13 मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक काम बंद हड़ताल पर थे। इसके पीछे का करण था कि आज सरकार कैबिनेट में एक ऐसा प्रस्ताव लेकर आ रही थी, जिसमें डिप्टी कलेक्टर और एसडीएम रैंक के अधिकारियों को मेडिकल कॉलेज में नियुक्त किया जाना है। इसे मेडिकल एसोसिएशन के सभी सदस्य गलत मानते है और इससे नाराज थे। इसके चलते ही मेडिकल कॉलेज में टीचर्स हड़ताल पर थे। मालवीय ने कहा कि आज कैबिनेट निरस्त होने से प्रस्ताव भी नहीं लाया गया। इसको देखते हुए हमने अपनी हड़ताल इस आशा के साथ स्थगित की है कि भविष्य में सरकार इस तरह का कोई भी प्रस्ताव कैबिनेट में लेकर नहीं आएगी। जिससे चिकित्सकीय शैक्षणिक संस्थाएं बर्बादी की तरफ चली जाए और जिससे छात्र और मरीजों का नुकसान हो।
इस तरह के प्रस्ताव का हर बार करेंगे विरोध
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल का कहना है कि एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि अगली बार जब भी कोई कैबिनेट होती है और उसमें इस तरह का कोई भी प्रस्ताव लाया जाता है तो इसका विरोध किया जाएगा।
Created On :   22 Nov 2022 10:21 PM IST