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Airport : ट्रांसमिसो मीटर से विमानों की उड़ानों में होगी आसानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संतरानगरी के डॉ.बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल नागपुर पर ट्रांसमिसो मीटर लगाने की योजना बनाई गई है। इसे हवाई पट्टी के पास स्थापित किया जाएगा जिससे किसी भी मौसम में दृश्यता के अलावा मौसम से संबंधित अन्य सारी रिपोर्ट को जुटाया जाएगा जिससे विमानों की उड़ानों को आसानी होगी। वहीं, ऑटोमेटिक रिपोर्ट बनने की वजह से कर्मचारियों को भी बार-बार जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
इसलिए जरुरी है ट्रांसमिसो मीटर
ट्रांसमिसो मीटर से दृश्यता की जांच की जाती है। जब कोहरा रहता है। अधिक बारिश होती है या तेज हवा चलती है तो ऐसे में इसकी मदद से विमानतल की पट्टी की दृश्यता की जांच करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। यह ऑटोमेटिक काम करता है जिससे समय-समय पर दृश्यता की जानकारी मिलती रहती है। इसकी एक स्क्रीन मौसम विभाग के कार्यालय और दूसरी स्क्रीन एयर ट्राफिक कंट्रोल (एटीसी) में लगी रहती है जिससे उन्हें भी समय-समय पर जानकारी मिलती रहती है। विमान की लैंडिंग और टेकऑफ में दृश्यता महत्वपूर्ण होती है।
अभी ऐसे करते हैं काम
सामान्यतौर पर मौसम विभाग के कर्मचारी विमानतल पर स्थित अपने कार्यालय से चारों ओर स्थित तय लैंडमार्क के आधार पर दृश्यता तय करते हैं। वह सबसे कम दृश्यता को नोट करते हैं। वहीं, जब दृश्यता संबंधित कोई समस्या होती है तो मौसम विभाग के कर्मचारी खुद हवाई पट्टी पर जाकर दृश्यता की दूरी की जांच करते हैं। वहां नीली लाइट लगी होती है जिसके आधार पर वह तय करते है कि कितनी दृश्यता है। यदि मौसम खराब है तो हर आधा घंटे में उसकी जांच करनी पड़ती है यदि वह सही है तो ही विमान को उतरने की अनुमति मिलती है। एक ध्यान देने वाली बात यह भी है कि अलग-अलग विमान के अलावा अलग-अलग पायलट के अनुभव पर भी लैंडिंग और टेकऑफ निर्भर रहता है। कुछ विमानों की क्षमता अधिक होती है तो कुछ पायलट के अनुभव को ध्यान में रखकर कम दृश्यता पर भी उड़ान की अनुमति दी जाती है। सामान्यतौर पर 800 मीटर से कम होने पर उसकी जांच करना आरंभ कर दिया जाता है।
इनका कहना है
ट्रांसमिसो मीटर में दो इक्यूपमेंट लगे होते है जिसमें एक ट्रांसमिट करता है और दूसरा रिसीव करता है उसके आधार पर हमें डिजिटल रिपोर्ट मिलती है कि दृश्यता कितनी है क्योंकि विमान की उड़ाने और उतरने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण होता है। वर्तमान में यह काम कर्मचारी खुद करते हैं।
एम.एल. साहू, उप महानिदेशक, मौसम विभाग नागपुर
Created On :   29 April 2020 5:04 PM IST