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दैनिक भास्कर हिंदी: ये रेस्टारेंट है अपने आप में है खास, इशारों में हो जाते हैं आर्डर पास

डिजिटल डेस्क,नागपुर। संतरानगरी में एक रेस्टोरेंट ऐसा है जहां काम करने वाले बोल नहीं सकते, सुन भी नहीं सकते फिर भी यहां इशारों में आर्डर पास हो जाते हैं। रेस्टोरेंट में आने वाले लोगों खास अहसास लेकर वापस जाते हैं। यहां ऑर्डर देने के लिए बोलना नहीं पड़ता, सिर्फ इशारा करना होता है। रेस्टोरेंट के ऑनर आकाश रामटेके का कहना है कि उनका एक दोस्त बधिर था, उसी से प्रेरणा मिली। समाज के लिए कुछ करने की सोचा। जब रेस्टोरेंट की शुरुआत कर रहे थे, तब प्लान था कि कुछ अलग करना है।
मूक भाषा में बुकलेट
इसे ‘द टॉकिंग हैंड साइन टू वन’ कहते हैं। यहां खाने का अॉर्डर देने से लेकर बिलिंग तक के सारे काम सिर्फ इशारों में ही किए जाते हैं। रेस्त्रां की खासियत यह हैं कि यहां के 10 कर्मचारी मूक-बधिर हैं। बोलने और सुनने में असमर्थ इन युवाओं की टीम ने ही रेस्त्रां में किचन, कैश, वेटर से लेकर पूरा मैनेजमेंट संभाल रखा है। रेस्त्रां में मेनू के साथ ही मूक भाषा के चिह्नों की बुकलेट रखी रहती है। खाने के दौरान ग्राहक को यदि कुछ मंगाना होता है, तो वह बुकलेट में से देखकर मूक भाषा से वेटर को समझाता है। इस तरह से ग्राहक और वेटर के बीच बेहतर संवाद कायम हो जाता है।
काफी समझदार हैं
आकाश बताते हैं कि ये दिव्यांग हमसे कहीं ज्यादा जिम्मेदार और समझदार हैं। मुझे शुरू में साइन लैंग्वेज नहीं आती थी, लेकिन इन्होंने ही हमें भी इस भाषा को सिखा दिया। ऐसे में अब कोई समस्या आ भी जाती है, तो वो लिख कर बता देते हैं। इससे भी खास बात ये है कि अब इस रेस्त्रां में दूसरे देशों के लोग भी आते हैं। रेस्त्रां में आने वाले इनसे साइन लैंग्वेज में कोई न कोई शब्द जरूर सीख कर जाते हैं।
ताकि समाज के दोहरे रवैये का शिकार न होना पड़े
ये बच्चे इंडिपेंडेंट बनें, जिससे इन्हें समाज के दोहरे रवैये का शिकार न होना पड़े। यहां अभी दो शिफ्टों में दिव्यांग युवा काम कर रहे हैं। ये सभी 12वीं पास हैं। इन्हें सामान्य लोगों से भी अच्छी सैलरी दी जा जाती है। भविष्य में जब ये बच्चे बाहर जाएं, तो इन्हें भाषा की समस्या न हो। हमने शहर के कई होटेलों में बच्चों को रोजगार दिलवाया है। अाम्ही आमच्या आरोगय साठी गडचिरोली संस्था शिक्षित विकलांग युवाओं की मदद करती है। उन्हें विविध उद्योग समूहों में नौकरी दिलवाने व प्रशिक्षण देती है। अभी तक 250 युवाओं को रोजगार दिया गया है। नागपुर, बंगलुरु, इंदौर, पुणे जैसे शहरों में ये दिव्यांग काम कर रहे हैं। हमने इस संस्था की स्थापना 1985 में की थी। इसका उद्ेश्य आदिवासी, गरीब व महिला सशक्तिकरण के कार्य करना है।
-डॉ. सतीश गोकुलवार, संस्थापक,
इशारों में समझ लेते हैं आर्डर
हम युवा वेटर स्नातक और 12वीं पास हैं। अपने काम को अंजाम देने में जुट जाते हैं। चाय, कॉफी, खाने में मिर्च, नमक की मात्रा से लेकर सब कुछ इशारों ही इशारों में पूरा कर देते हैं। इशारों में नमस्कार, हाय-हैलो करते हैं। कोड पर उंगली रखिए या इशारों में समझाइए, ऑर्डर बुक होता चला जाएगा।
-शेषराज स्टीवर्ड और कीर्ति, मूक बधिर कर्मचारी
लोग हमारी बातों को समझते हैं
मूक बधिर कर्मचारी साइन लैंग्वेज में बात करते हैं। लोग हमारी बातों को समझते हैं। हमारी मदद करते हैं। कभी िकसी तरह की कोई तकलीफ नहीं हुई। रेस्टोरेंट के मेनू के आइटम वर्कर्स को पहले दिखाया जाता है, फिर मूक भाषा में उनके नाम समझाते हैं। लोगों को अपने आर्डर के सामान आसानी से मिल जाते हैं। बेहतर तरीके से परोसा भी जाता है। जो भी यहां आता है उसे एक अलग ही अनुभव होता है। ये सभी दिव्यांग सामान्य लोगों से किसी भी प्रकार से कम नहीं हैं। मजाल है कि किसी के ऑर्डर में कोई कमी रह जाए।
-सैयद मोमिन व सैयद आफरीन (ग्राहक)
टैगोर के जीवन पर आधारित नाटक प्रस्तुत कर दी श्रद्धांजलि: राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय ने टैगोर को पुण्यतिथि पर किया सादर सुमिरन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भारतीय संस्कृति के उद्गाता गुरूदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि पर टैगोर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय और टैगोर विश्व कला व संस्कृति केन्द्र द्वारा उनके जीवन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति और एकला चलो रे गीत की प्रस्तुति कर उनका पुण्य स्मरण किया। गुरूदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर की पुण्यतिथि 7 अगस्त को रहती है इसी परिप्रेक्ष्य में शनिवार 6 अगस्त को रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कथा सभागार में मनोज नायर के निर्देशन में नाट्य विद्यालय के विद्यार्थियों ने एक नाट्य प्रस्तुति दी। इस मौके पर संतोष कौशिक के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने एकला चलो रे गीत प्रस्तुत किया।
इससे पूर्व टैगोर के चित्र और प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. ब्रह्म प्रकाश पैठिया, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन नई दिल्ली के सीनियर हेड, स्टेट इंगेजमेंट एंड ऑपरेशन डाॅ. सोवनिष कुरियाकोसे एवं मानविकी एवं उदार कला संकाय की डीन एकेडमिक डाॅ. संगीता जौहरी विषेष रूप से उपस्थित थी। सभी आमंत्रित अतिथियों ने गुरुदेव के कार्यों और विचारों पर बात की। कार्यक्रम का संचालन नाट्य विद्यालय के समन्वयक विक्रांत भट्ट ने किया। आभार डा. मौसमी परिहार ने माना।
टीकाकरण महाभियान में लगे 300 से अधिक टीके: आरएनटीयू मेंराष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आवाज़ के सहयोग से हुआ दो दिवसीय कोरोना टीकाकरण शिविर का आयोजन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कोरोना टीकाकरण महाभियान के अंतर्गत एवं भारत सरकार की मंशानुरूप कुलसचिव डॉ विजय सिंह के निर्देशन में गैर सरकारी संगठन आवाज़ के सहयोग राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा दो दिवसीय कोरोना के प्रथम, द्वितीय एवं बूस्टर डोज़ शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसके पहले दिन विश्वविद्यालयीन स्टाफ सहित स्थानीय 190 लोगों को बूस्टर डोज़ लगाया गया।
टीकाकरण की शुरुआत डीन ऑफ अकेडमिक डॉ संजीव कुमार गुप्ता को डोज़ लगाकर की गई। वहीं दूसरे दिन टीकाकरण की शुरुआत डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय वैशाली के कुलाधिपति मान. डॉ वी के वर्मा को बूस्टर डोज़ लगाकर की गई। साथ प्रो वाइस चांसलर डॉ संगीता जौहरी की उपस्थिति में 125 लोगों को टीका लगाया गया। साथ ही कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह एवं डॉ रेखा गुप्ता तथा पीआरओ श्री विजय प्रताप ने भी डोज़ लगवाकर अन्य लोगों को भी इस हेतु प्रेरित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के दलनायक अविनाश चौहान तथा स्वीटी बाला ने बूस्टर डोज़ के फायदे बताए। आवाज़ के इस सहयोग के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ब्रम्हप्रकाश पेठिया ने बधाई व शुभकामनाएं दीं। इस दो दिवसीय टीकाकरण शिविर में चिकित्सा एवं पैरामेडिकल विभाग का भी सहयोग रहा। मुख्य भूमिका दलनायिका चित्रांशी मीना, मोना लोधी, दीक्षा पटेल, अविनाश कुमार, अमित कुमार, राजू कुमार इत्यादि की रही।
क्लोजिंग बेल: सपाट स्तर पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्स 89 अंक ऊपर, निफ्टी 17400 के नीचे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पांचवे और आखिरी दिन (05 अगस्त 2022, शुक्रवार) तेजी के साथ खुला परंतु आरबीआई के द्वारा प्रमुख ब्याज दरों, रेपो रेट में 50 आधार अंक बढ़ाये जाने, इनके 2019 वर्ष के स्तर तक आ जाने तथा चीन के द्वारा ताइवान की वायु सीमा के अतिक्रमण के समाचारों के कारण तेजी टिक नहीं पाई एवं उतार- चढ़ाव के सत्र में अंत में बाजार सपाट स्तर पर बंद हुआ।
इस दौरान बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 89.13 अंक यानी कि 0.15% बढ़कर 58,387.93 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 15.50 अंक यानी कि 0.09% की बढ़त के साथ 17,397.50 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी ने 165.05 अंक बढ़कर 37920.60 पर सत्र की समाप्ति दी। निफ्टी के 50 शेयरों में 26 हरे रंग में रहे। इंडिया विक्स 1.77 प्रतिशत गिर 18.92 पर बंद हुआ। क्षेत्र विशेष में पावर, ऑटो सूचकांक प्रत्येक 1 प्रतिशत से अधिक गिरे जबकि फाइनेंसियल तथा ऑटो में खरीदारी दिखी।निफ्टी के शेयरों में अल्ट्राटेक, श्रीसीमेंट, यूपीएल, पावर ग्रिड में सर्वाधिक लाभ रहा जबकि हिंडाल्को, ब्रिटानिया, एमएंडएम, आयशर मोटर, रिलायंस में सबसे अधिक हानि रही।
तकनीकी आधार पर निफ्टी ने डोजी कैंडल स्टिक प्रारूप बनाया है जो खरीदार एवं बिकवाल, दोनों के मध्य अनिर्णय की मनोस्थिति दर्शाता है।निफ्टी ने 17500 के मनोवैज्ञानिक स्तर तथा फॉलिंग ट्रेंडलाइन पर अवरोध का सामना किया है, अगली तेजी की तीव्र चाल के लिए इन स्तरों को पार करना अत्यंत आवश्यक है। निफ्टी 200 दिनों के मूविंग एवरेज तथा सुपर ट्रेंड स्तर के ऊपर ट्रेडिंग कर रहा है जो और भी तेजी के लिए शक्तिकारक है।
निफ्टी के ओपन इंटरेस्ट आंकड़ो में, कॉल में सर्वाधिक ओपन इंटेरेस्ट 17600 पर है जबकि पुट में यह 17000 पर है। मोमेन्टम संकेतक एमएसीडी दैनिक समयाविधि में सकारात्मक क्रॉसओवर के साथ ट्रेड कर रहे हैं जो निफ्टी में शक्ति का संकेत है। निफ्टी का सपोर्ट 17100 है जबकि 17500 एक तात्कालिक अवरोध है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 37500 तथा अवरोध 38500 है। कुलमिला कर ऊंचे स्तरों पर लाभ ले लेने की प्रवृति दिख सकती है।
17500 के ऊपर ही नई बड़ी खरीदारी दिख सकती है।चीन एवं ताइवान के मध्य भूराजनीतिक तनाव पर निकट की दृष्टि रखे एवं अपने खरीदारी तथा बिकवाली में इसको महत्व दें। अभी तक मार्केट ब्याज दर वृद्धि एवं चीन ताइवान तनाव जैसी नकारात्मक समाचारों को भी पचा ले रहा है परंतु कोई बड़ा नकारात्मक समाचार बिकवाली ला सकता है। अपने सौदों में कड़ा स्टॉप लॉस रखें।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India