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शराब पर बैन फिर भी चंद्रपुर में तीन साल में करोड़ों की अवैध शराब पकड़ाई
डिजिटल डेस्क, नागपुर/चंद्रपुर । चंद्रपुर में जब से शराब बैन की गई गई है, तब से शराब माफियाओं की चांदी हो गई है। पुलिस से साठ-गांठ कर शराब माफिया हर साल करोड़ों की अवैध शराब चंद्रपुर में भेज रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी व हमारे चंद्रपुर प्रतिनिधि के अनुसार चंद्रपुर में पिछले 3 साल में करोड़ों की अवैध शराब पकड़ी जा चुकी है। जो शराब नहीं पकड़ी और गंतव्य तक पहुंच गई, वह करोड़ों की शराब चंद्रपुर में शराब माफियाओं ने छोटे-छोटे विक्रेताओं के माध्यम से बेच दी है। हाल ही में पडोली थानांतर्गत पुलिस ने 38 लाख रुपए की अवैध शराब जब्त की थी।
एक दूसरे से है साठगांठ
चंद्रपुर आने वाली शराब की खेप में 30 से 35% शराब नागपुर से भेजी जाती है। पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी शराब माफिया अवैध शराब का कारोबार जमकर कर रहे हैं। इस कारोबार में कई सफेदपोश भी शामिल हैं। नागपुर के अलावा दमन और पश्चिम महाराष्ट्र के कई शहरों से चंद्रपुर में अवैध शराब की खेप आती है। नागपुर शहर के हुड़केश्वर, बेलतरोडी और नंदनवन थाना अंतर्गत आउटर रिंग रोड आता है, इसी मार्ग से देर रात शराब की खेप चंद्रपुर, गड़चिरोली, वर्धा भेजी जाती है। सूत्रों के अनुसार यह अवैध शराब तब भेजी जाती है, जब संबंधित थानों के कुछ खास पुलिस अधिकारियों की इस रिंग रोड पर नाइट ड्यूटी रहती है
पहली बार हुई बड़ी कार्रवाई
नागभीड़ थानांतर्गत पुलिस उपनिरीक्षक छत्रपति चिडे ने इन अवैध शराब माफियाओं पर शिकंजा कसा तो वे बौखला उठे और उन्होंने छत्रपति चिडे की हत्या करवा दी। उन पर स्कार्पियो चढ़ा दी गई। इस मामले में कथित शराब माफिया पप्पू उर्फ विष्णु आडवानी को नागभीड़ पुलिस ने चंद्रपुर के सेंट्रल जेल से प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। उपनिरीक्षक चिडे हत्या प्रकरण में अब तक नागभीड़ पुलिस 20 आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब अवैध शराब कारोबार में इतनी बड़ी संख्या में आरोपियों की धरपकड़ हुई है। नागपुर के गिट्टीखदान क्षेत्र से कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। चर्चा है कि, पप्पू का नागपुर-उमरेड रोड पर आडवानी ढाबा भी है। वह इस ढाबे से भी कई बार माल सप्लाई करता था। उसने कई पुलिस कर्मियों को पैसे के लेन-देन के मामले में फंसाया है। इसमें एक थानेदार भी शामिल है। इस थानेदार को एसीबी ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा था।
माफियाओं पर लगाम कसना पुलिस की मजबूरी
उपनिरीक्षक चिडे की मौत ने पुलिस को अब शराब माफियाओं पर लगाम कसने के लिए मजबूर कर दिया है। हर माह चंद्रपुर में 5 से 10 अवैध शराब की बड़ी कार्रवाई पुलिस द्वारा की जाती है। ऐसी ही बड़ी कार्रवाई करने गए चिडे को अपनी जान से हाथ धोना पड़ी। इसमें नागपुर के शराब माफिया पप्पू आडवानी का नाम उसके साथियों ने उजागर किया, जो नागभीड़ पुलिस की गिरफ्त में हैं। उसके आधार पर नागभीड़ पुलिस ने पप्पू आडवानी को चंद्रपुर जेल से गिरफ्तार किया है। कुछ वर्ष पहले चंद्रपुर शहर पुलिस ने दमन से ट्रक में लादकर भेजी गई लाखों रुपए की शराब जब्त की थी।
पुलिस नाम देने से कतरा रही
संवाददाता के अनुसार नागभीड़ पुलिस ने उपनिरीक्षक चिडे की मौत प्रकरण में पप्पू आडवानी को गिरफ्तार कर लिया है। पप्पू आडवानी चंद्रपुर की जेल में अवैध शराब के कारोबार के मामले में गिरफ्तार कर बंद किया गया था। इस मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों के नाम देने से पुलिस कतरा रही है। कई मीडियाकर्मियों ने नागभीड़ थाने के प्रमुख एपीआई राठोड से इस बारे में बातचीत की। वह यह कह कर बात टाल गए कि, इस मामले की जांच कोई और कर रहा है। इसलिए इस मामले में ज्यादा कुछ जानकारी उन्हें नहीं है।
Created On :   16 Nov 2018 8:54 AM GMT