- Home
- /
- 25 से 30 साल का अनुभव रखने वाले सभी...
25 से 30 साल का अनुभव रखने वाले सभी प्रभारी डीन के लिए अयोग्य !

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग ने दिसंबर में राज्य के शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल के अधिष्ठाता पद के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया था। जिन पदों के लिए यह विज्ञापन था, उन पर प्रभारी अधिष्ठाता कार्यभार संभाल रहे हैं। इसमें नागपुर का शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल का अधिष्ठाता पद भी शामिल है। इस पद के लिए कई प्राध्यापकों ने आवेदन दिए थे। प्रभारी पदों पर कार्य संभाल रहे अधिष्ठाताओं ने भी आवेदन दिया था। परिणाम आने के बाद उन्हीं अधिष्ठाताओं को महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग ने अयोग्य बता दिया। इसका कारण प्राध्यापक के पद पर 15 से 20 साल का अनुभव नहीं होना है, जबकि सभी अधिष्ठाताओं को 25 से 30 साल का अनुभव है। प्रशासन के नियम बाह्य पदोन्नति नहीं करने के कारण इन प्रभारी अधिष्ठाताओं को बड़ा झटका लगा है। राज्य के नागपुर, औरंगाबाद और मुंबई के तीन शासकीय दंत महाविद्यालय व अस्पताल में प्रभारी अधिष्ठाता हैं।
28 में से 5 आवेदन चयनित
2020 में महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग ने अधिष्ठाता पद के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया था। महाराष्ट्र सहित छत्तीसगढ़ से 28 आवेदन आए। 5 लोगों के आवेदन चयनित किए। नागपुर, औरंगाबाद और मुंबई के प्रभारी अधिष्ठाता ने भी इसमें आवेदन किया। बता दें कि नागपुर में डॉ. मंगेश फडनाईक, औरंगाबाद में डाॅ. इंदुरकर और मुंबई में डॉ. डिंपल प्रभारी अधिष्ठाता हैं। इन्हें 25 से 30 साल का विद्यार्थियों को पढ़ाने का अनुभव है। लेकिन सिर्फ राज्य प्रशासन के समय पर नियमबाह्य पदोन्नति नहीं मिलने से तीनों प्रभारी अधिष्ठाताओं सहित 7 लोग अयोग्य करार दिए गए।
"बड़े" पीछे, "छोटे" आगे
विशेष बात यह रही कि जिन्हें महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग ने अयोग्य बताया, उनके पढ़ाए गए विद्यार्थी जो वर्तमान में प्राध्यापक के पद पर हैं, उन्हें योग्य बताया गया है। कारण यह कि शासकीय दंत महाविद्यालय में 20 साल सेवा देने के बाद भी नियमबाह्य पदोन्नति प्रशासन ने नहीं दी, मगर जो लोग निजी महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्य कर रहे थे, उन्हें समय पर नियम बाह्य पदोन्नति मिली और वह योग्य हो गए। इस तरह, 28 जून को अधिष्ठाता पद के लिए केवल 5 लोगों के आवेदन चयनित किए गए। इसमें एक शासकीय दंत महाविद्यालय व अस्पताल के प्राध्यापक हैं। शेष चार निजी महाविद्यालय व अस्पताल के हैं। इनमें से एक महिला उम्मीदवार छत्तीसगढ़ की बताई गई है।
Created On :   30 Jun 2021 11:14 AM IST