- Home
- /
- मुंबई, पुणे की तुलना नागपुर में सभी...
मुंबई, पुणे की तुलना नागपुर में सभी प्रकार के बेड ज्यादा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना की दूसरी लहर के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था पर भारी दबाव है। स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत करने के लिए सख्त पाबंदी लगाई गई है। इस दौरान नागपुर में मनपा पदाधिकारी और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से स्वास्थ्य सेवा का नियोजन कर व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया गया है। मनपा ने दावा किया है कि स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत करने में नागपुर ने मुंबई और पुणे शहर को भी पीछे छोड़ दिया है। 10 लाख जनसंख्या पर सभी प्रकार के बेड्स की संख्या अन्य शहरों की तुलना में सर्वाधिक है। नागपुर इसमें अव्वल क्रमांक पर है।
दूसरे राज्य के लोग भी ले रहे लाभ
नागपुर जिले की जनसंख्या 46 लाख के आसपास है, जबकि शहर की जनसंख्या 23 लाख है। शहर में नागपुर जिले के ही नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के नागरिक भी आकर अपना इलाज करवा रहे हैं। स्वास्थ्य की सभी सुविधाएं नागपुर शहर में उपलब्ध हैं। कोरोना की पहली लहर खत्म होने के बाद मार्च महीने में दूसरी लहर शुरू हुई। अप्रैल में यह चरम पर पहुंची। अचानक स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बढ़ गया। अप्रैल महीने के शुरू में मनपा और जिला प्रशासन ने कुछ निर्बंध लगाए। इसके बाद दूसरे सप्ताह में राज्य सरकार ने सख्त पाबंदियां लगाईं। इस दौरान मनपा व जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत करने के प्रयास शुरू किए। महापौर दयाशंकर तिवारी, आयुक्त राधाकृष्णन बी. और जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे के नेतृत्व में अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था करने के साथ बेड्स की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया गया। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, पालकमंत्री नितीन राऊत व विरोधी पक्षनेता देवेंद्र फडणवीस की पहल पर वेंटिलेटर सहित अन्य स्वास्थ्य उपकरण की व्यवस्था की गई।
वर्ष 2020 में पहली लहर में थे 66 अस्पताल, अब हैं 146
अतिरिक्त आयुक्त जलज शर्मा ने बताया कि फिलहाल नागपुर जिले मेें अन्य जिलों की तुलना में प्रति दस लाख जनसंख्या पर बेड्स की संख्या राज्य में सर्वाधिक है। नागपुर में बिना अॉक्सीजन वाले बेड्स 16632 हैं। ऑक्सीजन वाले बेड्स 9944, आईसीयू बेड्स 2808 हैं। आईसीयू वेंटिलेटर बेड्स की संख्या 996 है। नागपुर जिले की जनसंख्या 46 लाख है। प्रति दस लाख जनसंख्या पर 3616 बेड्स उपलब्ध हैं। प्रति 10 लाख जनसंख्या पर ऑक्सीजन बेड्स 2162, आईसीयू बेड्स 610, आईसीयू वेंटिलेटर बेड्स 217 हैं। यह संख्या अन्य जिलों की तुलना में सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में पहली लहर के दौरान मनपा के साथ सिर्फ 66 निजी अस्पताल थे। यह संख्या मार्च अंत तक 88 थी। अप्रैल में 108 तक पहुंची और अब 146 अस्पताल हैं।
Created On :   13 May 2021 2:56 PM IST