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अमरावती के ग्रामीण क्षेत्र का बुरा हाल, अधिकांश किशोरों ने नहीं लगाई वैक्सीन

डिजिटल डेस्क, अमरावती। टीकाकरण अभियान की शुरुआत से ही अमरावती जिले में नागरिकों ने टीके को अधिक उत्साहजनक प्रतिसाद नहीं दिया। प्रशासन द्वारा समय-समय पर चलाए गए अभियान के कारण किसी तरह लक्ष्य प्राप्ति की गई। किंतु शहरों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण का उत्साह अधिक दिखाई दिया। लेकिन जनवरी 2022 के बाद से ग्रामीणों में टीकाकरण का उत्साह ठंडा पड़ता दिखाई देने लगा है।
जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 47 हजार 900 बच्चों को ही कोरोना के टीके लगाए जा सके हैं। जोकि की 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग में आनेवाले बच्चों का करीब 42 फीसद है। इनमें से 31 हजार 200 बच्चों को टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। वहीं इसकी तुलना में मनपा क्षेत्र अंतर्गत टीकाकरण का प्रमाण अधिक रहा है। अब तक अमरावती शहर में 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के करीब 78 फीसदी बच्चों ने टीकाकरण योजना में सहभाग लिया है। जबकि इनमें से 53 फीसदी बच्चों को टीके की दोनों ही खुराक लगाई जा चुकी है। बच्चों के टीकाकरण की इस सुस्त रफ्तार को गति प्रदान करने के लिए अब जिप प्रशासन की ओर से परीक्षा केंद्रों के साथ ही निजी कोचिंग संस्थानों पर टीका लगाए जाने की व्यवस्था की गई है। इन सभी स्थानों पर परीक्षा के अंतिम दिन टीकाकरण मुहिम चलाई जाएगी। जिप प्रशासन को 31 मार्च से पूर्व बच्चों की 90 फीसदी आबादी का टीकाकरण पूरा किए जाने का लक्ष्य दिया गया था। फिलहाल जिप प्रशासन इसमें पिछड़ता दिखाई दे रहा है। जिले में अब तक कुल 29 लाख की आबादी को टीका लगाया जा चुका है। अब केवल बच्चांे की आबादी ही टीके के लाभ से बची हुई है।
Created On :   17 March 2022 3:58 PM IST