यूनियन बैंक में 2.76 करोड़ का एक और घोटाला

Another scam of 2.76 crores in Union Bank
यूनियन बैंक में 2.76 करोड़ का एक और घोटाला
अमरावती यूनियन बैंक में 2.76 करोड़ का एक और घोटाला

डिजिटल डेस्क, अमरावती। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूआईआई) की राजापेठ शाखा में एक के बाद एक घोटाले निकलकर सामने आ रहे हैं। बैंक ने आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को सौंपी रिपोर्ट में 2.74 करोड़ रुपए के गबन का खुलासा हुआ है। इसमें 84 लाख रुपए काे 10 खाताधारकों के खाते में जमा करना था, लेकिन उनको जमा नहीं किया गया। वहीं, 1.92 करोड़ रुपए का गबन गिरवी रखे सोने को बदलकर नकली रखना और फर्जी दस्तावेजों और नकली सोने के आधार पर बैंक के कर्मचारी-अधिकारियों की मिलीभगत से गबन किया। इसमें 37 खाताधारकों का असली सोना बदलकर नकली सोना रख दिया। वहीं, 22 खाताधारकों के फर्जी दस्तावेज लगाकर उनके नाम पर नकली सोना गिरवी रखकर 70 लाख रुपए का कर्ज ले लिया।

विशेष बात यह है कि, बैंक कर्मचारियों ने कभी चेक पर हस्ताक्षर लेकर तो कभी दूसरे के खाते में ट्रांसफर कर कर्ज में मिले रुपए भी निकाल लिए थे। मामले में लगातार जांच जारी है आर्थिक अपराध शाखा अभी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची। ऐसे दिया कारनामे को अंजाम : बैंक में जनधन खाताधारकों से बैंक में आने पर कई जगह हस्ताक्षर करवाए और खाली चेक पर हस्ताक्षर करवा लिए गए। आधे अधूरे दस्तावेजों के आधार पर 22 खातों में करीब 10 तोला नकली सोना गिरवी रखा गया। इस पर 3 से 4 लाख रुपए का कर्ज लिया गया। इस समय बैंक मैनेजर, सहयोगी मैनेजर ने यह पैसे निकालने में मुख्य भूमिका निभाई, क्योंकि पैसे निकालने या ट्रांसफर करने के लिए यदि मैनेजर अकेला चाहे भी तो नहीं निकाल सकता है। उसे कैशियर या किसी अन्य कर्मचारी की आईडी की मदद लेनी पड़ेगी तभी आर्थिक व्यवहार को करना संभव होता है। इस सारे घाेटाले में बैंक के चपरासी की भूमिका भी प्रमुख है। आरोप है कि, उसका निवास हमालपुरा है और उसने अपने आस-पास रहने वालों के खातों पर भी लोन लिया, जबकि उनको कुछ भी पता नहीं है। ऐसे 22 खाताधारकों के नाम पर करीब 70 लाख रुपए का कर्ज लिया गया, जबकि खाताधारक को उसकी जानकारी नहीं है।

यहां से हुई शुरुआत : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की जांच की शुरुआत में सोना गिरवी रखकर कर्ज लेने वाले 92 खाताधारकों के नाम सामने आए। इसमें 7 पहले ही जांच में निकल गए। 85 खाताधारकों में से 59 खाताधारकों में गड़बड़ी की पुष्टि बैंक प्रबंधन ने की। 37 खाताधारकों का गिरवी रखा हुआ सोना बदलकर नकली रख दिया गया। वहीं, 22 ऐसे खाते हैं जिनसे फर्जी दस्तावेजों के अाधार पर कर्ज लिया गया। बैंक ने दी ऑडिट रिपोर्ट में 37 खातों का 1.21 करोड़ और 22 खातों का 70 लाख इस प्रकार कुल 1.92 करोड़ रुपए का नुकसान बताया है। विशेष बात यह है कि, बैंक ने खाताधारक द्वारा लिया गया कर्ज और उस पर लगे ब्याज की रकम की इसमें से कटौती कर ली है। यदि उस रकम को भी इसमें जोड़ा जाएगा तो यह कई गुना होगी।
 

Created On :   21 Sept 2022 3:17 PM IST

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