- ब्रिस्बेन टेस्ट : गाबा में भारत की ऐतिहासिक जीत
- गुजरात के सूरत में फुटपाथ पर सो रहे 18 लोगों को ट्रक ने कुचला, 13 की मौत
- सामना में शिवसेना का तंज- ED, CBI, आयकर विभाग को बताया बीजेपी का वर्कर
- दिल्ली: कोहरे के कारण देरी से चल रही हैं 16 ट्रेनें- नॉदर्न रेलवे
- एक लाख बाइकर्स किसान तिरंगा यात्रा में हो सकते हैं शामिल, मिली खुफिया जानकारी
‘एक और संघर्ष’ से फौजी बेटे ने मां को दिया कोरोना से बचने का संदेश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना महामारी से बचाव के लिए डॉक्टर, नर्स, पुलिस कर्मी और सफाई कर्मी कोरोना योद्धा के रूप में सामने आ रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर सेना के जवानों का संघर्ष है। सेना के जवान महामारी से लड़ने के साथ ही देशवासियों की सुरक्षा की खातिर दिन-रात डटे हुए हैं। देश की सीमाओं पर आतंकी खतरोंं का साया मंडरा रहा है। सेना के जवानों के परिवारजन भी मानसिक लड़ाई लड़ रहे हैं। शहर के कलाकारों ने कोरोना और देश के जवानों पर एक लघु फिल्म ‘एक और संघर्ष’ बनाई है। 10 मिनट की फिल्म मेजर जय और उसकी मां के संवाद पर आधारित है।
फिल्म का निर्देशन सचिन गिरि ने किया है। संवाद उर्मिला देशपांडे के है। संचालन पार्थ तिवारी ने किया है। संगीत आकाश नारंजे का है। फिल्म में मुख्य कलाकार उर्मिला देशपांडे और निखिल टोंगले हैं।
22 दिन बाद अपने बेटे से बात कर पाती हैं मां
फिल्म की कहानी में बताया गया है कि मां सीमा पर तैनात अपने फौजी बेटे मेजर जय से बात करना चाहती हैं, लेकिन बात नहीं हो पाती है। एक दिन अचानक बेटे का फोन आता है, जिससे मां को खुशी का ठिकाना नहीं रहता। मां कहती है-बेटा 22 दिन बाद तुमसे बात हो पा रही है। इस दौरान मां-बेटे के बीच कोरोना संबंधी संवाद होते हैं। बेटा कहता है कि मां, आप सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन तो कर रहे हैं। मां आपको तो डायबिटीज है। आप अपना ध्यान रखिए। हां, एक बात मन में चुभती है कि लॉकडाउन में आपकी कोई मदद नहीं कर पा रहा हूं।
मां कहती है-बेटा, तुम ऐसा क्यों सोचते हो, तुम तो देश की तमाम माताओं की सुरक्षा करने के लिए सीमा पर तैनात हो। मुझे तुम पर गर्व है। बेटा कहता है-मुझे भी आप पर गर्व है मां। फिर मां-बेटे दोनों एक-दूसरे का ध्यान रखने को कहते हैं। फिल्म के माध्यम से कोरोना से बचाव का संदेश दिया गया है। साथ ही सभी को घर पर सुरक्षित रहने की बात कही गई है। जब कोरोना योद्धा और देश के जवान हमारी रक्षा के लिए तैनात हैं, तो बिना कारण घर से बाहर न निकलें। कोरोना संबंधी सरकार के निर्देशों का पालन करें।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।