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तीसरी लहर में दोगुनी महंगी हुई एंटीजन किट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना जांच आरटीपीसीआर और एंटीजन पद्धति से होती है। हर दिन लगभग 1000 से अधिक लोगों की एंटीजन पद्धति से कोरोना जांच हो रही है। ऐसी आपदा में भी कुछ लोग कमाई का मौका छोड़ना नहीं चाहते हैं। दूसरी लहर के दौरान मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्ज की अचानक शॉर्टेज हो गई थी। सैैनिटाइजर और मास्क की जमकर कालाबाजारी भी हुई थी। इसके बाद सरकार ने दखल देकर सैनिटाइजर और मास्क के रेट फिक्स कर दिए थे। पिछले सप्ताह से अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगभग 4 गुना वृद्धि हुई है। अचानक मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ कोरोना टेस्ट के लिए लगने वाली एंटीजन किट के दाम में भी दोगुनी वृद्धि हो गई है।
महंगे मिल रहे हैं कार्ड : एक डिस्ट्रीब्यूटर ने बताया कि एंटीजन किट के दाम अचानक फिर से बढ़ गए हैं। हर रोज एंटीजन पद्धति से भी कोरोना की जांच होती है। ऐसे में जहां जून के बाद इसके दाम में कमी आई थी, वहीं दिसंबर के आखिरी सप्ताह में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ एंटीजन किट के दामों में दोगुनी वृद्धि हो गई है।
अब शुरू होगी कालाबाजारी
एक अन्य डिस्ट्रीब्यूटर ने बताया कि एक बार फिर से एंटीजन कार्ड की कालाबाजारी होगी। पिछले वर्ष दूसरे राज्य से एंटीजन किट मंगवानी पड़ी थी। कोरोना के मरीज बढ़ने के साथ ही किट की कालाबाजारी शुरू हो जाती है। कई स्टॉकिस्ट ऐसे हैं, जो इकट्ठा माल खरीद कर रख लेते हैं। शहर के कई निजी और सरकारी लैब में एंटीजन पद्धति से कोरोना की जांच होती है। वैसे ही इन किट पर अच्छा-खासा मार्जिन होता है। ऐसे में अनावश्यक ही किट के दाम बढ़ाकर लोगों का शोषण नहीं करना चाहिए। कोरोना महामारी के चलते लोगों की आर्थिक हालत बिगड़ी हुई है। आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ने से आम आदमी की कमर ही टूट जाती है।
Created On :   7 Jan 2022 5:38 PM IST