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5 करोड़ की सुपारी लेकर की गई थी आर्किटेक्ट एकनाथ निमगडे की हत्या

डिजिटल डेस्क,नागपुर। बहुचर्चित आर्किटेक्ट एकनाथ निमगडे हत्याकांड के पर्दाफाश का दावा पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने किया है। इसकी जांच सीबीआई कर रही है। अपराध शाखा पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों को सीबीआई के हवाले किया जाएगा। हत्याकांड का मास्टर माइंड और श्रीराम सेना का अध्यक्ष रंजीत सफेलकर, शरद उर्फ कालू हाटे, परवेज और नब्बू उर्फ नवाब अशरफी आदि फरार हैं। पुलिस की मानें तो रंजीत ने 5 करोड़ रुपए की सुपारी ली थी। सुपारी किसने दी थी, इसको लेकर जांच चल रही है।
पुलिस जल्द ही इसका खुलासा करने का दावा कर रही है। इस मामले में 14 आरोपियों की भागीदारी सामने आ चुकी है। सिविल लाइंस स्थित पुलिस जिमखाना में आयोजित पत्रकार वार्ता में पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि 6 सितंबर 2016 को तहसील थाना क्षेत्र के लाल इमली मार्ग पर दोपहिया वाहन से आए परवेज, राजा पीओपी, एक अन्य साथी के साथ पहुंचे थे। राजा पीओपी और परवेज ने एकनाथ निमगडे पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया। घटना के करीब दो साल बाद मामला सीबीआई के सुपुर्द कर दिया गया था।
वर्धा मार्ग पर जमीन का विवाद
आर्किटेक्ट निमगडे ने वर्ष 1981 में इंडियन सिटीजन मल्टीपरपज वेलफेयर सोसाइटी की स्थापना की। इस संस्था के सचिव निमगडे थे। इसके लिए निमगडे ने वर्धा मार्ग पर 5.57 एकड़ जगह संस्था के नाम पर खरीदी करने का करार किया था। इसी जमीन के कारण हत्या होने की आशंका पुलिस ने जताई है।
पैसे के बंटवारे को लेकर विवाद
पैसे के बंटवारे को लेकर हत्याराेपियों के बीच विवाद हुआ। सूत्रों की मानें तो इसी का लाभ पुलिस ने उठाया। अपराधा शाखा ने शहबाज को पकड़ा और पूछताछ शुरू की। इसके बाद उसने सबकुछ उगल दिया।
ये हैं गिरफ्त में
शहबाज शेख निवासी कामठी, अफसर, राजा पीओपी, परवेज, अब्दुल, अल्ताफ, नासिर, फिरोज और मुश्ताक उर्फ मुस्सु छोटे साहब अशरफी गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपियों के बारे में ज्यादा कुछ बताने को पुलिस तैयार नहीं है।
अपराध शाखा पुलिस को 5 लाख का पुरस्कार : इस प्रकरण को उजागर करने के िलए क्राइम ब्रांच के उपायुक्त गजानन राजमाने और उनके सहयोगियों को 5 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि पूर्व महापौर संदीप जोशी की कार पर फायरिंग करनेवालों को भी जल्दी ही गिरफ्तार किया जाएगा। इसकी जांच सीआईडी कर रही है।
एडवांस मिले थे पौने दो करोड़
रंजीत सफेलकर को सुपारी मिली तो उसने इस वारदात को अंजाम देने के लिए गुर्गों से संपर्क साधा। रंजीत और कालू हाटे ने सुपारी के पौने 2 करोड़ रुपए नब्बू और राजा पीओपी को एडवांस दिए थे। राजा पीओपी मध्य प्रदेश का कुख्यात अपराधी है। वह नागपुर की सेंट्रल जेल में बंद था। उसे जेल से प्रॉडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की गई। पहले निमगडे के बारे में बदमाशों ने एक माह तक रेकी की।
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Created On :   18 March 2021 11:30 AM IST