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आवक घटते ही मंडियोंं में बढ़े कृषि उपज के दाम

डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती कृषि उपज मंडी सहित जिले की सभी मंडियों में कपास-सोयाबीन जैसी उपज की आवक जैसे-जैसे घटने लगी है दामों में भारी उछाल आता जा रहा है। स्थिति यह है कि इस सप्ताह की शुरुआती तीन दिनों में सोयाबीन की कीमतें लगातार बढ़ते हुए 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक जा पहुंची है। जबकि कपास का मूल्य भी 9 हजार 500 पर स्थिर है। इसके अलावा चना, गेहूं, जैसी फसलों को भी बेहतर दाम मिल रहे हैं। बात करें सोयाबीन की तो बाजार समिति में उत्तम क्वालिटी की सोयाबीन को 8 हजार 100 रुपए प्रतिक्विंटल दाम मिल रहे हैं। गुणवत्तापूर्ण कपास की कीमत 10 हजार 500 तक पहुंच गई है। मंडी में दाम भले ही मिल रहे हो लेकिन किसानों के पास बेचने के लिए पर्याप्त उपज नहीं बची है। ऐसे में किसानों को बढ़े दामों का फायदा नहीं मिल पा रहा है। ऐन सोयाबीन कटाई के समय वापसी की बारिश ने फसल काे भारी नुकसान पहुंचाया।
पैसों की जरूरत होने से किसानों ने हाथ आयी फसल बेच दी। उस समय सोयाबीन को 4 से 5 हजार रुपए दाम मिले। फिलहाल बाजार में सोयाबीन की आवक नहीं के बराबर होने से सोयाबीन के दाम में अचानक तेजी आ गई। बाजार में सोयाबीन के साथ तुअर को भी अच्छे दाम मिल रहे हंै। उत्तम क्वालिटी की तुअर खरीदी 6800 से 7 हजार रुपए तक पहुंच गई है। चने के दाम में भी इजाफा हुआ है। 4350 रुपए प्रति क्विंटल दाम से चना खरीदा जा रहा है। गेहूं के दाम में आंशिक गिरावट आई है। गेहूं को प्रति क्विंटल 1950 रुपए का दाम मिल रहा है। इस वर्ष प्राकृतिक आपदा के कारण तुअर, चना को खुले बाजार में सरकार द्वारा घोषित गारंटी मूल्य से अधिक दाम मिल रहे हैं। दो वर्षों के इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि किसानों की कृषि उपज मंडी में पहुंचते ही दाम अचानक गिरने लगते हैं लेकिन जैसे-जैसे किसानों का माल खत्म होने लगता है, दाम में इजाफा होने लगता है। अगस्त से नवंबर के दौरान सोयाबीन के दामोंं में गिरावट देखी जा रही थी। लेकिन अब यह स्थिति पूरी तरह से पलट चुकी है। जिन किसानों ने अपनी फसल रोकें रखी थी, उन्हें इसका लाभ मिलता दिखाई दे रहा है।
Created On :   16 Feb 2022 2:32 PM IST