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अभिभावकों को आश्वस्त करें आशा सेविकाएःं मुख्यमंत्री

डिजिटल डेस्क,मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर में बच्चों को खतरे का अनुमान जताया गया है। इस तीसरी लहर को रोकने के लिए आशा सेविकाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसलिए आशा सेविकाएं अभिभावकों को आश्वस्त करते हुए कोरोना मुक्त गांवों के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करें। सोमवार को बालरोग विशेषज्ञों के टॉस्क फोर्स के सदस्यों ने बच्चों में कोरोना महामारी और आशा सेविकाओं की जिम्मेदारी विषय पर संवाद साधा। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस वेबिनार में कहा कि आशा सेविकाएं कोरोना महामारी के अलावा दूसरेरोगों के बारे में लक्षण पता चलने पर उसकी सूचनाएं प्रशासन को दें। परिवार के सदस्यों के माध्यम से बच्चों को कोरोना महामारी न हो, इसके लिए ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान के बारे में नागरिकों को जानकारी उपलब्ध कराएं।कोरोना के अलावा कुपोषण से बच्चों में मौत न होने देने के लिए ध्यान देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में महाराष्ट्र को सफलता दिलाने में आशा सेविकाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। राज्य की आशा और आंगनवाड़ी सेविकाओं का दुख और उम्मीदों के बारे में सरकार उचित रूप से संज्ञान लेगी। सरकार आपके इस उपकारको कभी नहीं भूलेगी। आपकी समस्याओं का समाधान निकाला जा रहा है। इसके लिए थोड़ा समय दीजिए। इस मौके पर बालरोग विशेषज्ञों के टॉस्क फोर्स के अध्यक्ष डा. सुहास प्रभु, डा.विजय येवले, डा. समीर दलवाई और डा. आरती किणीकर ने राज्य के लगभग 70 हजार आशा सेविकाओं को सरल भाषा में कोरोना प्रतिबंध व उपचार, छोटे बच्चों के लिए पौष्टिक आहार, मानसिक बीमारी के बारे में मार्गदर्शन किया। इस दौरान नंदूरबार के पातोंडा की साधना पिंपले, भंडारा की भूमिका बंजारी, हिंगोली की सुनीता कुरवडे और ठाणे के मुरबाड की रोहिणी भोंदिवले ने भी अपनी भावना व्यक्त की।
Created On :   7 Jun 2021 5:59 PM IST