कोविड वैक्सीनेशन पर आशा वर्कर का बहिष्कार

Asha worker boycott on covid vaccination
कोविड वैक्सीनेशन पर आशा वर्कर का बहिष्कार
धरना प्रदर्शन कोविड वैक्सीनेशन पर आशा वर्कर का बहिष्कार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संविधान दिवस पर आशा वर्कर ने संविधान चौक में धरना-प्रदर्शन किया। कोविड वैक्सीनेशन पर बहिष्कार करते हुए सरकार के विरोध में आक्रोश व्यक्त किया। मानधन नहीं, वेतन चाहिए का नारा लगाकर अपने अधिकारों की आवाज बुलंद की। कामगार संगठन सीआईटीयू के बैनर तले आंदोलन का आगाज किया गया। 

वादा से मुकर रहे अधिकारी
इस दौरान कहा गया कि कोविड से लड़ाई में आशा वर्कर का साथ लिया गया। सर्वेक्षण से लेकर वैक्सीनेशन में आशा वर्कर ने जान जोखिम में डालकर काम किया। वैक्सीनेशन अभियान में सेवा देने पर प्रतिदिन 200 रुपए देने का जुबानी आश्वासन दिया गया। मानधन मांगने पर टालमटोल किया  जा रहा है। मानधन बढ़ाकर देने का वादा कर मनपा स्वास्थ्य अधिकारी मुकर रहे हैं। आरोग्य वर्धीनी प्रशिक्षण पूरा नहीं करने की वजह से गर्भवती माताओं को सेवा देने पर भी आशा वर्कर प्रति प्रसूति 250 रुपए लाभ से वंचित हैं।

मांगों का ज्ञापन सौंपा
बिना प्रशिक्षण 1000 रुपए प्रति माह नहीं दिया जा सकता, यह जवाब दिया जा रहा है। जब यह नियम है, तो सभी आशा वर्कर को प्रशिक्षण देना चाहिए। एक समय सिर्फ 30 आशा वर्कर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस गति से 955 आशा वर्करों का प्रशिक्षण कब पूरा होगा, यह सवाल आशा वर्कर ने उपस्थित किया। धरना देकर मनपा आयुक्त को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। संविधान की प्रस्तावना वाचन कर शपथ ली गई। सीआईटीयू के राजेंद्र साठे, प्रीति मेश्राम, रंजना पौनीकर ने आंदोलन का नेतृत्व किया। सैकड़ों आशा वर्कर धरना-प्रदर्शन में सहभागी रहीं।

Created On :   27 Nov 2021 7:54 PM IST

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