विधानसभा : कांग्रेस विधायक ने मंत्री के खिलाफ पेश किया विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव

Assembly - Congress MLA presented a Privilege Offer against the minister
विधानसभा : कांग्रेस विधायक ने मंत्री के खिलाफ पेश किया विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव
विधानसभा : कांग्रेस विधायक ने मंत्री के खिलाफ पेश किया विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद में कांग्रेस के सदस्य व विधायक दल नेता शरद रणपीसे ने सदन के नेता व प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव पेश किया। बुधवार को रणपीसे ने कहा कि मराठा आरक्षण के लिए राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट पेश करने को लेकर पाटील ने सदन को भ्रमित किया है। पाटील ने 27 नवंबर को सदन में कहा था कि आयोग की रिपोर्ट को सदन में पेश करना अनिवार्य नहीं है। लेकिन आयोग के अधिनियम के अनुसार आयोग की अतिरिक्त रिपोर्ट को सदन में पेश करना अनिवार्य है। इस पर सभापति रामराजे निंबालकर ने कहा कि मैं संबंधित प्रस्ताव की जांच विशेषाधिकार हनन कानून के अनुसार करूंगा। मंत्री पाटील से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। इसके बाद गुणवत्ता के आधार पर फैसला होगा।

आयोग की रिपोर्ट पेश करने को लेकर हंगामा
विधान परिषद में राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) को पेश करने को लेकर विपक्ष फिर आक्रामक नजर आया। बुधवार को विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि सदन में एटीआर पेश कब किया जाएगा। मुंडे ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधायक दल नेताओं की बैठक में आश्वासन दिया है कि धनगर आरक्षण संबंधी एटीआर रिपोर्ट सदन में पेश करेगी। मुस्लिम समाज को आरक्षण मिलना चाहिए। मुंडे ने कहा कि मंगलवार को सदन के भीतर और बाहर मेरे खिलाफ पाटील सहित भाजपा के सदस्यों ने नारेबाजी की है कि मैं मराठा आरक्षण का विरोधी हूं। लेकिन मैं 20 सालों से मराठा आरक्षण आंदोलन में शामिल रहा हूं। मैं ओबीसी समाज का होने के बावजूद मराठा आरक्षण के लिए लड़ रहा हूं। इससे भाजपा के नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है। इसके बाद सदन के नेता व राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि मराठा आरक्षण पर एटीआर सही समय पर पेश किया जाएगा। एटीआर पर चर्चा के बाद ही मराठा आरक्षण विधेयक पेश होगा। पाटील ने कहा कि मराठा आरक्षण के लिए जरूरत पड़ी तो सदन के कामकाज का दिन बढ़ाया जाएगा।

भाजपा विधायक के व्यवहार से नाराज हुए सभापति
विधान परिषद में सभापति रामराजे निंबालकर ने भाजपा सदस्य सुरेश धस के बर्ताव को लेकर कड़ी नाराजगी जताई। बुधवार को सदन का नियमित कामकाज शुरू होते हुए विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे बोलने के लिए खड़े हुए तो उसी समय भाजपा के विप सदस्य धस ने उन्हें टोकने की कोशिश की। इसके बाद सभापति ने धस से कहा कि आप इस सदन पर उपकार कर दीजिए। मुंडे सदन में जब बोलने के लिए उठते हैं तब आप बैठकर मत बोलिए। मेरी आपसे अपील है। यह उचित नहीं लगता है। यह बात आपकी वरिष्ठता और सदन की प्रतिष्ठता को शोभा नहीं देता है। सभापति ने कहा कि मैंने आपसे मंगलवार को भी इस बारे में स्पष्ट कहा था। कृपा करके बीड़ जिले की राजनीति को सदन में मत लाइए। आप अपनी राजनीति बीड़ में जाकर करिए।

Created On :   28 Nov 2018 3:16 PM GMT

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