कोरोना पीक पर. दवाइयां खत्म होने से परेशान हो रहे परिजन

कोरोना पीक पर.  दवाइयां खत्म होने से परेशान हो रहे  परिजन
कोरोना पीक पर. दवाइयां खत्म होने से परेशान हो रहे परिजन

 डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में एक्टिव मरीजों की संख्या 40 हजार के पार पहुंच गई है। करीब 31 हजार मरीज होम आइसोलेट हैं। आइसोलेट मरीजों को मनपा की ओर से दी जाने वाली दवाइयां खत्म हो गई हैं। इस तरह की घटना मंगलवारी जोन में सामने आई है। मरीज के परिजन दवाई लेने पहुंचे, तो उन्हें मना कर दिया कि दवाई नहीं है। एक-दो दिन में  आएगी तो घर पर भेज देंगे।

कोई दवा उपलब्ध नहीं
जानकारी के अनुसार भूपेश नगर बोरगांव निवासी संक्रमित 50 वर्षीय  अब्दुल अनवर खान के परिजन मंगलवारी जोन में दवाई लेने गए। वहां उन्हें कहा गया कि अभी कोई दवाई उपलब्ध नहीं है। एक-दो दिन में दवाइयां आएगी, तो आपके घर भिजवा देंगे।
सिर्फ विटामिन सी नहीं है
हमारे पास बी-कॉम्प्लेक्स और जिंकोनिया दवाई है। फेबिफ्लू देने के लिए मना किया गया है। सिर्फ  विटामिन सी की दवाई नहीं है अभी। वह आने वाली है। आते ही सभी लोगों को देंगे। -डॉ. आतिक रहमान खान, नोडल अॉफिसर, मंगलवारी जोन

शहर में रेमडेसिविर, ऑक्सीजन की कमी नहीं : जिलाधिकारी
 जिले में रेमडेसिविर, दवाइयां और अन्य इंजेक्शन की कमी के मामले में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह के इंजेक्शन की कमी नहीं है। ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए भी पर्याप्त स्त्रोत हैं।

रोज 35 हजार वायल्स मायलान के आते हैं
नागपुर विभाग में प्रमुख रूप से मायलान, सिपला, हेरो, डॉ. रेड्डी जैसी कंपनियों के रेमडेसिविर इजेंक्शन की बिक्री होती है। 1 अप्रैल को रेमडेसिविर के करीब 12000 वॉयल्स कंपनी डिपो में उपलब्ध थे। अलग-अलग कंपनी की दवाई दो से तीन दिन में नागपुर में आती हैं। इसमें से मायलान कंपनी का रोज एक ट्रक यानी करीब 35000 वायल्स आते हैं। सिपला के 10000 वॉयल्स उपलब्ध हैं। मायलान ने सरकार को इंजेक्शन देने के लिए 599 रुपए निर्धारित किए हैं। इसमें जीएसटी अलग से लगेगा।

सेप्रेमी इंजेक्शन (सिपला) की दर 4000 निश्चित है। इसके 8034 वायल्स उपलब्ध हैं।
रेमडेक इंजेक्शन (जायडस) की दर 2800 रुपए निश्चित थे, जो अब 899 रुपए में मिलेगा। यह अभी उपलब्ध नहीं है।
कोविफॉर्म 100 इंजेक्शन (हेट्रो) की दर 5400 रु. निश्चित है। इसके 4258 वॉयल्स हैं।
डेसरम इंजेक्शन (मायलान) की दर 4800 रुपए है। इसके 1848 वाॅयल्स हैं।
जुबी-आर (जुबिलियंट) की दर 4700 रुपए है। यह उपलब्ध नहीं है।
ऑक्सीजन की आपूर्ति के 3 उत्पादक
शहर में सिर्फ एक लिक्विड ऑक्सीजन उत्पादक है, जिसकी उत्पादन क्षमता रोजाना 95 मीट्रिक टन है। इसके अलावा 2 बड़े उत्पादक हैं, जो एयर सेपरेशन से मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं। इसकी क्षमता करीब 50 मीट्रिक टन है। इन उत्पादकों से ऑक्सीजन की आपूर्ति शहर के 4 रिफिलर्स करते हैं।
 

Created On :   5 April 2021 9:57 AM IST

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