महाराष्ट्र में दूध की प्लास्टिक थैलियों पर रोक नहीं, दो महीने में विकल्प खोजने की सलाह

At present plastic bags not banned for milk for next 2 months
महाराष्ट्र में दूध की प्लास्टिक थैलियों पर रोक नहीं, दो महीने में विकल्प खोजने की सलाह
महाराष्ट्र में दूध की प्लास्टिक थैलियों पर रोक नहीं, दो महीने में विकल्प खोजने की सलाह

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने दूध व्यवसायियों से कहा है कि वे दो माह के भीतर दूध की प्लॉस्टिक थैलियों का विकल्प खोजें। मंत्री ने कहा कि फिलहाल दूध थैलियों पर रोक नहीं लगाई गई है। मंगलवार को मंत्रालय में दूध व्यवसायियों की आयोजित बैठक में कदम ने कहा कि पर्यावरण विभाग ने फिलहाल दूध की प्लॉस्टिक थैलियों पर पाबंदी नहीं लगाया है। ना ही दूध की प्लॉस्टिक थैलियों की उत्पादन करने वाले कारखानों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। 

दूध व्यवसायियों के साथ बैठक 
कदम ने कहा कि दूध की थैलियों पर किसी तरह की पाबंदी नहीं है, इसलिए दूध की कीमतों में बढ़ोतरी का सवाल ही नहीं उठता है। कदम ने कहा कि राज्य में हर दिन डेढ़ से दो करोड़ दूध की प्लॉस्टिक थैलियों को कचरे और सड़कों पर फेंका जाता है। इन थैलियों के नदी और नालों में फंसने के कारण जलजमाव होता है। इससे पर्यावरण की हानी होती है। इसलिए सभी को दूध की थैलियां फेंकते समय ध्यान रखना जरूरी है। इससे पहले बैठक में प्रदेश के दुग्धव्यवसाय मंत्री महादेव जानकर, पर्यावरण राज्यमंत्री प्रवीण पोटे-पाटील, पशुपालन राज्यमंत्री अर्जुन खोतकर, विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे-पाटील, राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधानमंडल दल के नेता अजित पवार मौजूद थे। 

Created On :   11 Dec 2018 8:56 PM IST

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