प्रापर्टी हथियाने खूब अपनाए हथकंडे : जीवित महिला को 15 साल में 2 बार मार डाला

Attempted property grabbing: Killed the surviving woman 2 times in 15 years
प्रापर्टी हथियाने खूब अपनाए हथकंडे : जीवित महिला को 15 साल में 2 बार मार डाला
प्रापर्टी हथियाने खूब अपनाए हथकंडे : जीवित महिला को 15 साल में 2 बार मार डाला

 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र लगाकर पैतृक संपत्ति से नाम कम करने के मामले की क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है। एक मकान में रह रही बुजुर्ग महिला के नाम की 2003 की टैक्स रसीद लगाकर इसी मकान की 2014 में रजिस्ट्री भी कराई गई। पीड़ित बुजुर्ग महिला ने पूरे मामले की जांच कर सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। क्राइम ब्रांच ने पीड़ित महिला का बयान दर्ज कर संबंधित पांच लोगांे को नोटिस जारी किया है। 

हैरतअंगेज मामला 
जागनाथ बुधवारी बाजीराव गली निवासी बुजुर्ग इंदुबाई बाजीराव (70) अपने बच्चों के साथ पैतृक निवास में रहती है। पति रामाजी बाजीराव, ससुर ठामाजी बाजीराव, सास विठाबाई, देवर वामन व रामाजी  आैर ननद कुसुम का देहांत हो चुका है। मकान पर इंदुबाई के अलावा अन्य दो ननद दमयंती व चंद्रकला का अधिकार है। सिटी सर्वे रिकॉर्ड में सास विठाबाई का नाम दर्ज था, जिसे कम करने के लिए विठाबाई का फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र लगाया गया। विठाबाई की मृत्यु 26 अगस्त 1971 को हुई, जबकि यहां 7 सितंबर 1986 का मृत्यु प्रमाण-पत्र लगाया गया। मकान का टैक्स इंदुबाई के नाम पर आता है। 2003 की इंदुबाई की टैक्स रसीद लगाई आैर इंदूबाई को बताए बगैर ही 2014 में मकान की रजिस्ट्री (बिक्री) हुई। मकान चंद्रकुमार जैन ने खरीद लिया। 

पता भी फर्जी
इंदुबाई ने क्राइम ब्रांच को जो शिकायत की, उसके मुताबिक सास विठाबाई का नाम कम करते समय पता जागनाथ बुधवारी के बजाय आदेश जैन का दिया गया। फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र जोड़ा गया। बगैर अनुमति के उनके नाम की टैक्स पावती लगाकर मकान की बिक्री हुई। पैतृक मकान पर अधिकार होने के बावजूद उसे धोखे में रखकर चंद्रमोहन जैन ने मकान खरीदा। साजिश में चंद्रमोहन के अलावा आदेश जैन, पूर्व पार्षद कृष्णा एनपड्डीवार, दमयंती व चंद्रकुला बाजीराव शामिल होने का आरोप लगाया। क्राइम ब्रांच ने इंदुबाई का बयान दर्ज करके अन्य पांच लोगों को नोटिस जारी किया है।

क्राइम ब्रांच बुलाकर पांचों से होगी पूछताछ 
इस मामले में शिकायत मिली है। जिन पांच लोगों पर आरोप लगाए गए हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी। पांचों लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। सिपाही को इनके पते नहीं मिले, इसलिए नोटिस तामील नहीं हो सका। फिर से इनके घर नोटिस भेजकर इन्हें मकान के मूल दस्तावेज के साथ बुलाया जाएगा। पांचों के बयान लिए जाएंगे। पीड़ित महिला का बयान दर्ज किया गया है। संपत्ति से संबंधित इस मामले की जांच जारी है। 
-ईश्वर जगदाले, एपीआई क्राइम ब्रांच (िडटेक्शन) नागपुर. 

Created On :   6 Nov 2020 4:03 PM IST

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