अस्पतालों पर चल रही इंजेक्शन की कालाबाजारी पर लगाएं रोक

Ban the black marketing of injections going on in hospitals
अस्पतालों पर चल रही इंजेक्शन की कालाबाजारी पर लगाएं रोक
अस्पतालों पर चल रही इंजेक्शन की कालाबाजारी पर लगाएं रोक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के अस्पतालों में बेड समेत दवाओं की किल्लत है। इसके कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर की अनेक दुकानों में दवा की कमी के नाम पर कालाबाजारी होने लगी है। कोरोना महामारी को अवसर मानकर खूब लूटा जा रहा है। इस लूट से लोगों को बचाने के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के महासचिव हेमंत गडकरी ने केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी को पत्र लिखा है। पत्र में कोरोना से बचाने वाले दो महत्वपूर्ण इंजेक्शन उपलब्ध कराने और कालाबाजारी पर रोक लगाने की मांग की गई है।

पर्ची लेकर लगा रहे चक्कर : मनसे के महासचिव हेमंत गडकरी ने केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी को बताया है कि कोरोना की दूसरी लहर ने सारी व्यवस्था बिगाड़ दी है। हालात काफी भयावह हो चुके हैं। मरीज का उपचार कर रहे डॉक्टर्स रेमडेसिविर इंजेक्शन लिखकर दे रहे हैं। डॉक्टर की पर्ची लेकर परिजन यहां-वहां चक्कर लगा रहे हैं। जिलाधिकारी कार्यालय से लेकर सूचीबद्ध दवा दुकानों में भी उन्हें इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है। दूसरी ओर रेमडेसिविर और टोसिलिझूमैब नामक इंजेक्शन की कालाबाजारी होने की खबरें सुनने के बाद लोगों में और निराशा है। 

ऑक्सीजन की तरह इंजेक्शन की व्यवस्था करें : स्वास्थ्य क्षेत्रों के जानकार के अनुसार नागपुर में हर दिन 15,000 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की आवश्यकता है। इंजेक्शन का कोटा नियमित मिलने पर मरीजों काे काफी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा है कि जैसे ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है, उसी तरह रेमडेसिविर और टोसिलिझूमैब इंजेक्शन की व्यवस्था की जाएं। इससे भ्रम की स्थिति खत्म होगी आैर कालाबाजारी करने वालों को सबक मिलेगा। 


 

Created On :   26 April 2021 3:22 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story