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गंगा-जमुना बस्ती की हर गली में लगे बैरिकेड्स, दो घर और सील

डिजिटल डेस्क,नागपुर। गंगा-जमुना बस्ती में समर्थक और विरोधी आमने-सामने आने से इलाके में फिर तनावपूर्ण माहौल हो गया था। तनाव के बाद बस्ती परिसर में पुलिस ने एहतियात के तौर पर बंदोबस्त कड़ा कर दिया है। परिसर में सन्नाटा पसरा है। धारा 144 लागू कर पुलिस ने इस इलाके में बैरिकेड्स लगाकर गलियारों को सील बंद कर दिया है। बाहरी लोगों की आवाजाही बंद हो गई है।
दलाली करने वाले कर रहे विरोध : उन्होंने कहा कि, जो महिला या पुरुष दलाल देह व्यवसाय करवा रहे थे अब उन्हें कोई दूसरा कार्य करना चाहिए। यहां दलाली करने वाले पुलिस का विरोध कर रहे हैं, जबकि स्थानीय नागरिक पुलिस के साथ है।
इनकी कमाई पर पड़ेगा असर : गंगा-जमुना में देह व्यापार बंद होने पर उसका असर कुछ महिला और पुरुष दलालों पर पड़ने वाला है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दलाल इन महिलाओं से पैसे लेकर उसे ब्याज पर चला रहे हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिन्होंने कई वारांगनाओं को ब्याज पर पैसे दे रखे हैं। ब्याज की रकम नहीं देने पर वे वारांगनाओं का दैहिक शोषण कर ब्याज वसूली करते हैं।
बस्ती से महिलाओं का पलायन : आयुक्त का कहना है कि, इस बस्ती में कम उम्र की लड़कियों की तस्करी कर उनसे जबरन देह व्यवसाय कराया जाता है। यहां पर ओडिशा, राजस्थान और मध्यप्रदेश की महिलाएं रहती थीं। पुलिस कार्रवाई के बाद से ज्यादातर महिलाएं यहां से पलायन कर चुकी हैं, जो महिलाएं देह व्यवसाय करवाती हैं वही पुलिस कार्रवाई का विरोध कर रही हैं। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार का कहना है कि, वे अन्य शासकीय विभागों की मदद से इस बस्ती में रहने वाली महिलाओं का पुनर्वसन का काम कर रहे हैं। उन्हें बेसहारा नहीं छोड़ा जाएगा, लेकिन उन्हें अपने इस व्यवसाय को बंद करना होगा।
जनहितैषी ही शोषण कर रहे हैं : कुछ वारांगनओं ने इस मामले में बताया कि, खुद को जनता का हितैषी बताने वाले लोग उनका शारीरिक, आर्थिक रूप से शोषण कर रहे हैं। वह भी चाहती हैं कि, इससे उन्हें मुक्ति मिले।
बस्ती में देह व्यवसाय बर्दाश्त नहीं : आयुक्त
शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने सोमवार को बताया कि, गंगा-जमुना बस्ती में देह व्यापार चलाने वाली दो महिलाओं के मकानों को पीटा एक्ट के तहत सील कर दिया गया है। आयुक्त का कहना है कि, रेडलाइट एरिया को पूरी तरह बंद करवाया जाना चाहिए। जल्द ही 7 अन्य मकानों को भी सील करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि, जिन महिलाओं के घर इस बस्ती में हैं, वे यहां रह सकती हैं, लेकिन देह व्यवसाय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बस्ती में कुल 188 देह व्यवसाय के अड्डे (छोटे- छोटे कमरेनुमा ठिकाने) संचालित हो रहे हैं। उनका मानना है कि, गंगा-जमुना बस्ती में चल रहे देह व्यवसाय पर प्रतिबंध लगाना आवश्यक है, इसलिए पुलिस ने पूरे परिसर की घेराबंदी कर रखी है। बैरिकेड्स लगे होने के कारण यहां ग्राहकों की आवाजाही रुक गई है।
Created On :   24 Aug 2021 12:44 PM IST