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किसान आत्महत्या का कारण जानते इसके पहले एक और युवा किसान ने गटका जहर

डिजिटल डेस्क, नागपुर । किसान आत्महत्या के कारण तलाश कर किसान आत्महत्या रोकने और किसानों की समस्याएं सुनने के लिए ‘मेरा एक दिन मेरे अन्नदाता के लिए’ इस उपक्रम के तहत राज्य के कृषिमंत्री अब्दुल सत्तार साद्राबाड़ी पहुंचे। वे किसानों का हाल जानने के लिए निकल पड़े। इधर साद्राबाड़ी से कुछ ही दूरी पर स्थित धारणी तहसील के लाकटु ग्राम में कर्ज से परेशान एक युवा किसान ने जहर गटक कर खुदकुशी कर ली। सातबारह दाखिले पर जितने नाम होंगे उन सभी लोगों के नाम का पंचनामा किया जाएगा और किसान आत्महत्या रोकने के लिए राज्य सरकार सभी आवश्यक प्रयास करेगी। इस तरह का आश्वासन राज्य के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने दिया।
‘मेरा एक दिन मेरे अन्नदाता के लिए’ इस उपक्रम के तहत राज्य के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार बुधवार 31 अगस्त की रात 11 बजे धारणी तहसील के ग्राम साद्राबाड़ी में पहुंचे। साद्राबाड़ी के किसान शैलेंद्र सावलकर के घर उन्होंने रात भर मुक्काम किया और रात में ही दो घंटे तक किसानों से चर्चा भी की। इस दौरान उन्होंने आदिवासी बहुल मेलघाट का इतिहास जानने का प्रयास करते हुए यहां के किसानों की समस्याएं सुनी और अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी दी। इस समय उन्हें बताया गया कि शासकीय योजनाओं का लाभ आदिवासी किसानों को नहीं मिल पा रहा है। इस तरह की अनेकों समस्याएं सुनकर उन्होंने रात सावलकर के घर बिताई।
दूसरे दिन गुरुवार 1 सितंबर को सुबह 6 बजे से कृषि मंत्री का काफिला मेलघाट की समस्याएं जानने के लिए तैयार हो गया। सुबह से ही कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार और उनके साथ धारणी के कृषि और तहसील प्रशासन के अधिकारियों ने किसानोंं की समस्याएं उनके सामने रखी और मेलघाट की खेती बाबत जानकारी भी उन्होंंने दी। इस समय कृषि मंत्री ने साद्राबाड़ी के किसानों के घर जाकर उनकी समस्याएं सुनी। इस समय उन्हें बताया गया कि मेलघाट में लगातार हो रही बारिश सेे किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है।
किसानों के लिए बनायी जाएंगी नई नीतियां : इस समय कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने किसानों के खेत पर जाकर अतिवृष्टि से हुए नुकसान का मुआयना कर किसानों के साथ चर्चा की तथा किसान आत्महत्या क्यों करता है इसके कारण तलाशने के लिए आया हूं। कुछ नए नीितगत नियम बनाए जा सकते हैं क्या इस बाबत सभी जानकारी जुटाई है। मेलघाट में 100 प्रतिशत नुकसान के पंचनामे हुए हंै। इस तरह का दावा भी उन्होंने किया। उन्होंने कहा कि यह उपक्रम 100 दिन चलेगा और 100 दिन के बाद कृषि विभाग में बड़ा बदलाव होगा। सभी रिक्त पदों पर भर्ती होगी।
Created On :   2 Sept 2022 10:34 AM IST