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अब भोपाल में दूल्हे नहीं चढ़ सकेंगे घोड़ी, ऐसे निकलेगी बारात

डिजिटल डेस्क, भोपाल। शादी जीवन में एक बार होती है. दूल्हा बनकर घोड़ी पर सवार होना एक सपना होता है. भोपाल में शादी का सपना देख रहे युवाओं को कम से कम शादी के इस सीजन में घोड़ी पर सवार होने का मौका नहीं मिलेगा. राजधानी भोपाल में घोड़ों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। शादी समारोह हो या तालाब किनारे घुड़सवारी का लुत्फ उठाना, हर जगह घोड़े पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। निगम कमिश्नर प्रियंका दास ने इसके लिए आदेश दिए हैं। दरअसल, राजधानी में एक घोड़ा ग्लैंडर्स बीमारी से ग्रसित मिला है। यह बीमारी लाइलाज होने के साथ ही जानलेवा और संक्रमित है। इस बीमारी के संपर्क में आने से मनुष्य में भी इस बीमारी के फैलने का खतरा रहता है। डॉक्टर्स का कहना है कि इस बीमारी के पता चलने के बाद घोड़ों पर प्रतिबंध लगाना ही इसका उपाय है। निगम अधिकारियों ने बताया कि पशुपालन विभाग की मदद से शहर के सभी घोड़ों की जांच की जाएगी।
आपको बता दें कि शहर के काजी कैंप की बाफना कॉलोनी निवासी रहमान बख्श के घोड़े में यह बीमारी मिली है। जिसके बाद अब शहर के हर एक घोड़े की जांच की जाएगी और पता लगाया जाएगा कि किस-किस घोड़े में ये बीमारी है और बीमार घोड़ों को अन्य घोड़ों से दूर रखा जाएगा। जब तक ये साबित नहीं हो जाता कि शहर के घोड़ों में ये बीमारी नहीं है, तब तक ये प्रतिबंध लगा रहेगा। साथ ही अब घोड़े शहर के बाहर भी नहीं जा पाएंगे और ना ही बाहर के घोड़े शहर में आ पाएंगे।
जानते हैं इस बीमारी के बारे में
ये एक लाइलाज बैक्टीरियल बीमारी है। इस बीमारी में घोड़े को बुखार आता है और वह खाना-पीना छोड़ देता है। घोड़े के शरीर ठीक ना होने वाले घाव हो जाते हैं। इस बीमारी के अणु सीधे सेल्स में घुस जाते हैं इसलिए इसके ऊपर दवा का भी कोई असर नहीं होता। इससे पीड़ित घोड़े के संपर्क में यदि अन्य जानवर या इंसान आ जाते हैं तो उनमें बी इस बीमारी के होने का खतरा रहता है। यह बीमारी एक महामारी की तरह होती है जिसका कोई इलाज नहीं होता।
इंसान के लिए भी खतरनाक है बीमारी
निगम के वेटनरी अधिकारी एसके श्रीवास्तव ने बताया कि इस बीमारी के संक्रमण से इंसानों को भी खासा खतरा होता है। यह बीमारी बैक्टीरिया से होने वाली बीमारी है। इसमें 106 डिग्री तक बुखार आता है, खूब छींकें भी आती हैं। साथ ही निमोनिया होने का खतरा होता है।
घोड़े के बिना निकलेगी बारात
एक घोड़े में ये बीमारी सामने आने के बाद अब पूरे शहर के हर एक घोड़े की जांच की जाएगी। इसके बाद ही उनको सार्वजनिक जगहों पर ले जाने की अनुमति मिल पाएगी। इसलिए इस शादी के सीजन में दूल्हा घोड़ी पर बैठकर बारात नहीं निकाल सकेगा। शादी के सीजन के चलते की महीनों पहले से ही लोगों ने घोड़ियां बुक करा रखी थीं।
इस सीजन में हैं शादी के इतने मुहूर्त
मई - 11, 12
जून - 18, 19, 20, 21, 24, 25, 26, 27, 29, 30
जुलाई - 4, 5, 6, 9, 10, 11, 15, 16
नवम्बर - 19, 23
दिसम्बर - 8, 10, 15
इन प्रदेशों में पड़ा बीमारी का सबसे ज्यादा असर
इस बीमारी का संक्रमण सबसे पहले 2006 में सामने आया था। इस बीमारी से उत्तर प्रदेश, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, हरियाणा और दिल्ली जैसे प्रदेश सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
Created On :   6 May 2018 11:38 AM IST