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कांग्रेस ने फिरंगी हुकूमत से की बीजेपी की तुलना, कहा- 71 साल पीछे चला गया देश

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सेवाग्राम को लूट, झूठ, भय और बंटवारे से मुक्ति का संग्राम बता, “फिर सेवाग्राम” का नारा लगाया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर कांग्रेस वर्धा में 2 अक्टूबर यानी मंगलवार को हुंकार भरेगी। सुरजेवाला के मुताबिक महात्मा गांधी की अगुवाई में अंग्रेज सरकार के ज़ुल्म से लोहा लेने के लिए 14 जुलाई, 1942 को वर्धा में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई थी। उस दौरान ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का आग़ाज़ हुआ था। उसी तर्ज पर बीजेपी के खिलाफ ‘मुक्ति संग्राम’ शुरु किया जा रहा है। सुरजेवाला ने कहा कि देश सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक संक्रमण काल के दौर से गुजर रहा है। हालात वही हैं, जैसे 71 साल पहले थे, अंतर इतना है कि तब ‘अंग्रेज सरकार‘ यानि ‘ब्रिटिश हुकूमत’ हिंदुस्तानियों पर ज्यादतियां कर रही है, जिसकी जगह ‘बीजेपी’ ने ले ली है।
(फिरंगी सरकार से बीजेपी की 10 तुलनाएं)
1- अंग्रेजी हुकूमत भी भारत के ‘संसाधनों को लूटकर विदेश ले जाती थी। बीजेपी सरकार ने भी बैंक लुटेरों को विदेश भागने की खुली छूट देकर संसाधनों पर डाका डाला है।
2- आजादी से पहले भारत के बहुलतावाद को कुचल कर ‘फूट डालो-शासन करो’ की नीति अपनाई गई थी। बीजेपी सरकार भी सांप्रदायिक-जातीय-क्षेत्रीय बंटवारे और ध्रुवीकरणके बीज बोकर ‘शकुनि’ की तरह सत्ता प्राप्ति के लिए ‘राजनीतिक चौसर’ खेल रही है।
3- अंग्रेजी हुकूमत ने प्रजातंत्र को दरकिनार कर ‘राजशाही दरबार’में सत्ता समाहित की थी। बीजेपी भी ‘प्रजातांत्रिक मूल्यों’ को कुचल कर मनमानियों के ‘निरंकुश मोदी राज’में विश्वास रखती है।
4- अंग्रेजी हुकूमत भी चंपारण में नील का ‘तीन कठिया कानून’ बनाकर किसानों का दमन करती थी। बीजेपी सरकार भी फसलों के दाम न देकर ‘आत्महत्या की ड्योढ़ी’ तक पहुंचा रही है। न्याय मांगने पर किसान सीने पर गोलियां खासा है ।
5- अंग्रेजी हुकूमत समाज के ‘अंतिम पंक्ति’के लोगों का शोषण कर गुलामी की जंजीरों में धकेलती थी। बीजेपी सरकार का ‘डीएनए’ (DNA) भी दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों का शोषण और प्रताड़ना है।
6- अंग्रेजी हुकूमत नमक का ‘काला कानून’बना नागरिकों को भारी भरकम करों के बोझ में दबाती थी। बीजेपी सरकार भी ‘गब्बर सिंह टैक्स (GST) और नोटबन्दी’ जैसे मनमाने फैसले थोप कर नागरिकओं और छोटे दुकानदारों, व्यवसायियों के पेट पर लात मारती है।
7- ब्रितानी हुकूमत भी ‘मुट्ठी भर अमीरों’ और ‘जमींदारों’के हित साधकर अपना शासन चलाती थी। बीजेपी सरकार भी ‘मुट्ठी भर अमीरों और सरमायदारों’ के लिए काम कर रही है और गरीब के अधिकार छीन भारत के संसाधनों को मुट्ठीभर अमीर दोस्तों पर लुटा रही है।
8) अंग्रेजी हुकूमत अपनी ‘पुलिस’ और ‘खुफिया तंत्र’ के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों और आजादी के आंदोलन को कुचलती थी। बीजेपी सरकार भी ‘CBI, ED, पुलिस और खुफिया तंत्र’ का उसी तरह हर आवाज दबाने के लिए इस्तेमाल करती है ।
9) अंग्रेजी हुकूमत आजादी के पक्ष और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाली ‘हर कलम, अखबार और मीडिया समूह की आवाज कुचलकर केवल अंग्रेजों के मुखपत्र ही चलने देती थी। बीजेपी सरकार भी यही कर रही है।
10) अंग्रेजी हुकूमत एक षडयंत्र के तहत विश्व में भारत की छवि पिछड़े और रूढ़ीवादी देश की तरह बनाती थी। बीजेपी सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वभर में देश की छवि को नुकसान पहुंचाया है। यही कारण है कि 70 वर्षों में भारत में कुछ नहीं हुआ यह कहकर दुष्प्रचार किया गया।
लंबी लड़ाई के बाद महात्मा गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अगुवाई में आंग्रेजी साम्राज्य से स्वतंत्रता दिलाई थी। 71 वर्षों बाद राहुल गांधी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस फिर महात्मा गांधी के मार्ग पर चल कर संकल्प के लिए तैयार है। सुरजेवाला ने कहा कि देश को आर्थिक अराजकता, किसानों के दमन, भ्रष्टाचारी बैंक लूट घोटालों और राफेल के घोटालेबाजों, दलितों-पिछड़ो के दमन और प्रजातंत्र के हनन वाली सरकार को उखाड़ फेंकना चाहिए।
Created On :   1 Oct 2018 6:29 PM IST