भाजपा ने चुनाव के लिए की माइक्रो प्लानिंग, सर्वे से कई पार्षदों पर संकट

BJP micro-planning for elections, survey poses crisis on many councilors
भाजपा ने चुनाव के लिए की माइक्रो प्लानिंग, सर्वे से कई पार्षदों पर संकट
भाजपा ने चुनाव के लिए की माइक्रो प्लानिंग, सर्वे से कई पार्षदों पर संकट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका के चुनाव की तैयारी के तहत विविध राजनीतिक दल राज्य स्तर पर सर्वे कराने लगे हैं। शहर में संगठन मामले में सबसे अधिक सक्रिय रहने वाली भाजपा ने इस बार चुनाव की माइक्रो प्लानिंग की है। बताया जा रहा है कि, भाजपा ने कंपनियों के अलावा कुछ पदाधिकारियों के माध्यम से प्रभाग स्तर पर सर्वे कराया है। प्राथमिक फीडबैक में जो तथ्य सामने आए हैं वे काफी चौंकाने वाले हैं। कई नगरसेवकों के लिए संकट के संकेत हैं।

80 प्रतिशत को काम में पाया फिसड्डी
 करीब 80 प्रतिशत नगरसेवकों को काम में फीसड्डी पाया गया है। महिला नगरसेवकों को लेकर स्थिति और भी खराब है। ऐसी महिला नगरसेवकों की संख्या अधिक है जिनका नाम तक प्रभाग में नागरिक नहीं जानते हैं। प्रभाग पद्धति से चुनाव में पैनल के तहत उम्मीदवार उतारे गए थे। नागरिकों की शिकायत है कि, महिला नगरसेवक को उन्होंने क्षेत्र में विकास कार्य करते देखा ही नहीं है। महिला नगरसेवक के रिश्तेदारों के व्यवहार को लेकर भी नागरिकों में नाराजजी है। 

दिल्ली-मुंबई की कंपनियों की ली गई मदद  
सर्वे के लिए दिल्ली व मुंबई की कंपनियों की मदद ली गई है। पुणे की कंपनी से पहले से ही फीडबैक देती रही है। शहर में विधानसभा क्षेत्र स्तर पर 6 मंडल हैं। 38 प्रभाग हैं। 30 लाख से अधिक मतदाता हैं। नए मतदाता पंजीयन का कार्य चलता रहा है। 2022 में होने वाले मनपा चुनाव में नए मतदाताओं की संख्या अधिक होगी। वे चुनाव में निर्णायक भी हो सकते हैं। सर्वे के माध्यम से भाजपा कंपनियों को 5 प्रतिशत मतदाता तक भेज रही है। इनमें युवा व महिला की संख्या ही अधिक है। 

प्रमुख तौर पर दो प्रश्न पूछे गए हैं
पहला प्रश्न है कि, भाजपा के नगरसेवक के काम से कितने खुश हैं। दूसरा प्रश्न है कि, भाजपा के काम से कितने प्रभावित हैं। सर्वे के फीडबैक के अनुसार नागरिकों ने शहर विकास के मामले में महाविकास आघाड़ी को पसंद नहीं किया है। कांग्रेस, शिवसेना व राकांपा  के स्थानीय नेताओं को लेकर नागरिकों की राय सकारात्मक नहीं है, लेकिन भाजपा के नगरसेवकों को लेकर भी नाराज है। दावा किया जा रहा है कि, विधानमंडल के अधिवेशन के समापन के बाद इस रिपोर्ट के तथ्यों पर काम होगा। नगरसेवकों की क्लास ली जा सकती है। 

जल्द शुरू होगा जनमत अभियान
शहर अध्यक्ष प्रवीण दटके पहले ही कार्यकर्ताओं की बैठक में कह चुके हैं कि नगरसेवकों के काम को लेकर नागरिक नाराज है। बताया जा रहा है कि जल्द ही प्रभाग स्तर पर निरीक्षक नियुक्त करके शहर भाजपा की ओर से भी जनमत जानने का अभियान शुरु किया जाएगा। 
 

Created On :   5 March 2021 3:09 PM IST

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