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547 ग्राम पंचायतों के चुनाव में भाजपा-शिंदे गुट का वर्चस्व

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के विभिन्न 16 जिलों के 547 ग्राम पंचायतों के चुनाव परिणाम के बाद सत्तारूढ़ भाजपा व शिवसेना का शिंदे गुट और विपक्ष के तीन दलों की महाविकास आघाड़ी ने जीत को लेकर अपने-अपने दावे किए हैं। भाजपा और शिंदे गुट ने सबसे अधिक ग्राम पंचायतों में जीत का दावा किया है। जबकि राकांपा और कांग्रेस ने भी बड़ी सफलता मिलने का दम भरा है। सोमवार को अमरावती, यवमताल, बुलढाणा, अकोला, नाशिक नंदूरबार, धुलिया, जलगांव सहित 16 जिलों के 547 ग्राम पंचायतों के चुनाव परिणाम घोषित किए गए। जिसमें मतदाताओं ने ग्राम पंचायतों के सदस्यों और सरपंचों को सीधे मतदान द्वारा चुना है। चुनाव नतीजों के अनुसार ग्राम पंचायतों में भाजपा और शिंदे गुट का वर्चस्व नजर आ रहा है। हलांकि भाजपा के आदिवासी विकास मंत्री विजय कुमार गावित को नंदूरबार में झटका लगा है जबकि राकांपा ने अपने प्रभाव क्षेत्र वाले पुणे, अहमदनगर सहित दूसरे जिलों में बेहतर प्रदर्शन किया है। वहीं कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को झटका लगा है। प्रदेश भाजपा ने दावा किया है कि उसको 274 और शिवसेना के शिंदे गुट को 41 ग्राम पंचायतों में जनादेश मिला है। जबकि राकांपा को 62, कांग्रेस को 37 और शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को 12 ग्राम पंचायतों में जीत मिली है। चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने गठजोड़ पर जनता द्वारा मुहर लगाने की बात कही है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मतदाताओं ने पूरी तरह से भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना गठबंधन को स्वीकार कर लिया है।
जनता ने हमारे नए गठबंधन पर मुहर लगा दी है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 547 ग्राम पंचायतों में से 300 से अधिक ग्राम पंचायतों में भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना गठबंधन को जीत मिली है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे गठबंधन को मुंबई मनपा चुनाव में भी इस तरीके से जीत मिलेगी। जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता ने हमारे गठबंधन को जनादेश दिया है। ग्राम पंचायतों के चुनाव में भाजपा और शिवसेना का शिंदे गुट सबसे आगे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जनता की उम्मीदों को पूरा करने की कोशिश करेंगे। राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने जालना में कहा कि ग्राम पंचायतों के चुनाव पार्टियों के चुनाव चिन्ह पर नहीं लड़ा गया है। इसलिए भाजपा और शिंदे गुट की ओर से किए जा रहे बड़ी जीत के दावे में कोई सच्चाई नहीं है। पाटील ने कहा कि भाजपा-शिंदे गुट के मुकाबले महाविकास आघाड़ी को काफी अधिक सीटें मिली हैं। जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि चुनाव परिणाम से साफ हो गया है कि जनमानस में भाजपा और शिंदे गुट का कोई महत्व नहीं है। ग्राम पंचायतों के चुनाव के पूरे आंकड़े सामने आने के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि सबसे आगे कांग्रेस है। उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना सांसद विनायक राऊत ने कहा कि मेरे पास चुनाव परिणाम के पूरे आंकड़े नहीं आए हैं। चुनाव नतीजों की औपचारिक घोषणा के बाद मैं अपनी भूमिका स्पष्ट करूंगा। इसके पहले पिछले 12 अगस्त को राज्य चुनाव आयोग ने 608 ग्राम पंचायतों के चुनाव की घोषणा की थी। जिसमें से 51 ग्राम पंचायतों का चुनाव निर्विरोध हो गया था। जबकि बचे हुए 547 ग्राम पंचायतों के चुनाव के लिए रविवार को मतदान हुआ था।
Created On :   19 Sept 2022 8:18 PM IST