मुस्लिम मतदाओं को रिझाने के लिए भाजपा ने शुरू की संवाद यात्रा

BJP start new campaign for muslim voters in maharashtra
मुस्लिम मतदाओं को रिझाने के लिए भाजपा ने शुरू की संवाद यात्रा
मुस्लिम मतदाओं को रिझाने के लिए भाजपा ने शुरू की संवाद यात्रा

 डिजिटल डेस्क नागपुर। मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के लिए भाजपा की संवाद यात्रा औरंगाबाद से रवाना हुई है। आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी प्रदेश भाजपा हर वर्ग में अपनी पैठ बनाने की जुगत कर रही है। मुस्लिम मतदाता बहुल क्षेत्रों में भाजपा का चुनावी प्रदर्शन कमजोर  रहा है। इस बार भाजपा किसी तरह का ‘रिस्क’ नहीं लेना चाहती है। मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। इसी कड़ी में रविवार को संवाद यात्रा का शुभारंभ किया गया है। मुस्लिम समाज के बीच संगठन कार्य में जुटे भाजपा के प्रदेश अल्पसंख्यक मोर्चा ने इस यात्रा का आयोजन किया है।

औरंगाबाद से शुरू हुई यात्रा
यात्रा की शुरुआत औरंगाबाद से हुई है। संवाद यात्रा के माध्यम से भाजपा मुस्लिम समाज के मतदाताओं को भाजपा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। सामाजिक व आर्थिक विकास के मामलों पर संवाद साधा जाएगा। विशेषकर मुस्लिम समाज की मतदाताओं को समझाने का प्रयास किया जाएगा कि, किस तरह भाजपा ने सभी वर्ग की महिलाओं को विकास की धारा से जुड़ने के लिए कार्य किए हैं। नीति व कानून तक बनाये जा रहे हैं। कौशल विकास योजना के माध्यम से समाज के आम परिवारों को अधिक लाभ दिया जा रहा है। इन योजनाओं के लाभार्थियों में मुस्लिम समाज के लोगों की संख्या भी अधिक है। 

बूथ स्तर पर बन रही कमेटियां
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की कमेटी बूथ स्तर पर बन रही है। राज्य भर में कमेटियों बनी हैं। मुस्लिम ही नहीं, अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल अन्य समाज के प्रतिनिधियों को भी जोड़ा जा रहा है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि, अल्पसंख्यकों की राजनीतिक भागीदारी कम हुई है। उस कमजोरी को दूर करने का काम भाजपा कर रही है। कांग्रेस व राकांपा ने भाजपा को लेकर केवल भ्रम फैलाने का काम किया। संवाद यात्रा के दाैरान उन भ्रम के बारे में भी चर्चा की जाएगी। 
- जमाल सिद्धिकी,  भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा महाराष्ट्र

औरंगाबाद ही क्यों चुना
संवाद यात्रा के लिए भाजपा ने औरंगाबाद को ही क्यों चुना, इस मामले में भी गहरी राजनीतिक योजना बतायी जाती है। औरंगाबाद मनपा में भाजपा व शिवसेना लंबे समय से  सत्ता संभाल रही है। अब भी उनकी सत्ता कायम है, लेकिन पिछले चुनाव में दोनों दल को गहरा झटका लगा। 113 सदस्यों वाली औरंगाबाद मनपा में एमआईएम ने 54 उम्मीदवार उतारकर 26 जीत ली। 2014 के विधानसभा चुनाव में एमआईएम के 2 उम्मीदवार चुने गए। औरंगाबाद में मुस्लिम मतदाताआें की संख्या अधिक है। लिहाजा भाजपा ने संवाद यात्रा की शुरुआत औरंगाबाद से ही करके नया संदेश देने का प्रयास किया है। 

 

Created On :   5 March 2018 1:59 PM IST

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