जनाधार बढ़ाने के लिए कर्नाटक के हितों की कुर्बानी देना चाहती है बीजेपी: सिद्धारमैया

BJP wants to sacrifice interests of Karnataka to increase base: Siddaramaiah
जनाधार बढ़ाने के लिए कर्नाटक के हितों की कुर्बानी देना चाहती है बीजेपी: सिद्धारमैया
तमिलनाडु जनाधार बढ़ाने के लिए कर्नाटक के हितों की कुर्बानी देना चाहती है बीजेपी: सिद्धारमैया
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  • तमिलनाडु में जनाधार बढ़ाने के लिए कर्नाटक के हितों की कुर्बानी देना चाहती है बीजेपी: सिद्धारमैया

डिजिटल डेस्क, रामनगर । कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने मंगलवार को सत्तारूढ़ भाजपा पर तमिलनाडु में अपने राजनीतिक आधार का विस्तार करने के लिए मेकेदातु परियोजना को लागू नहीं करने का आरोप लगाया।

तीसरे दिन परियोजना को तेजी से लागू करने की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित पदयात्रा में शामिल होते हुए सिद्धारमैया ने कहा, पड़ोसी तमिलनाडु में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए, सत्तारूढ़ भाजपा राज्य में परियोजना को लागू नहीं कर रही है। वे कर्नाटक के राजनीतिक लाभ के लिए लोगों को धोखा दे रहे हैं। इस संबंध में भाजपा को कोई मौका न देने के लिए पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। पदयात्रा के संचालन में केवल राज्य का हित है।

राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र की चेतावनी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिद्धारमैया ने इसे एक गैर-जिम्मेदाराना बयान करार दिया।

उन्होंने कहा, पिछले लॉकडाउन ने आम जनता के जीवन को कगार पर धकेल दिया है। अगर सरकार लॉकडाउन की घोषणा करना चाहती है, तो उन्हें संगठित और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को मुआवजा जारी करने दें।

11 विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी कार्यकर्ता पदयात्रा में शामिल होने कनकपुर शहर पहुंचे हैं। आने वाले दिनों में हासन, मांड्या, तुमकुरु, चिक्कबल्लापुरऔर कोलार के पार्टी कार्यकर्ता पदयात्रा में शामिल होंगे। रैली में स्वेच्छा से शामिल होने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। यह मेकेदातु परियोजना में उनकी रुचि को दर्शाता है।

कर्नाटक में भाजपा ने 2008 और 2013 के बीच इस परियोजना को लागू करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई, जब वह सत्ता में थी। सिद्धारमैया ने सवाल किया, हम मई 2013 में सत्ता में आए। सितंबर तक इसे लागू करने के इरादे से, हमने एक डीपीआर तैयार किया और कावेरी जल न्यायाधिकरण के सामने पेश किया। जब हम सत्ता में थे, केंद्र की भाजपा सरकार ने हमें लेने की अनुमति नहीं दी थी। परियोजना को आगे बढ़ाएं। अब, भाजपा केंद्र के साथ-साथ राज्य में भी शासन कर रही है। लोगों ने राज्य से 25 सांसदों को चुना है, तो इसे लागू क्यों नहीं किया गया।

हम प्राथमिकी से डरते नहीं हैं। भाजपा मामले दर्ज करके हमें धमका नहीं सकती है। केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे, भगवंत खूबा के खिलाफ कोई मामला क्यों नहीं है, जिन्होंने सार्वजनिक कार्यक्रमों और रैलियों में भाग लिया?

पदयात्रा में एक लाख मास्क बांटे जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई कांग्रेस को मिल रही प्रतिक्रिया से सो नहीं पा रहे हैं और वह इसे किसी भी कीमत पर रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

(आईएएनएस)

Created On :   11 Jan 2022 1:00 PM GMT

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