मप्र : आधा दर्जन से ज्यादा सीटों पर भाजपा के आयातित उम्मीदवार

BJPs imported candidate for more than half a dozen seats
मप्र : आधा दर्जन से ज्यादा सीटों पर भाजपा के आयातित उम्मीदवार
मप्र : आधा दर्जन से ज्यादा सीटों पर भाजपा के आयातित उम्मीदवार

धर्मेंद्र पैगवार, भोपाल। पंद्रह साल से मप्र में सत्ता सुख भोग रही भाजपा के पास प्रदेश की आठ सीटों पर अपने कैडर के उम्मीदवार नहीं है। इन सीटों पर भाजपा ने बाहर से आए नेताओं को चुनाव लड़ाने की तैयारी की है। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक के बाद इन आठ सीटों पर सिंगल नाम भेजे गए हैं। इन नेताओं के नामों पर संघ ने भी सहमति दे दी है।

पहला नाम मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर का है। सीहोर विधानसभा से निर्दलीय विधायक सुदेश राय भाजपा प्रत्याशी होंगे। पिछली बार वे कांग्रेस के बागी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े थे। उन्होंने भाजपा की ऊषा सक्सेना को हराया था। दूसरा नाम भिंड से चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी का है। वे साल 2013 में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। उनका भिंड से सिंगल नाम भेजा गया है। हालांकि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर अपने खास समर्थक नरेंद्र कुशवाह को भिंड से ही लड़ाना चाहते हैं ऐसे में इन दोनों में से कोई एक मेहगांव भेजा जा सकता है।

मुरैना जिले की सुमावली से विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार नीटू ने पार्टी को लिखकर दे दिया है कि वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते। सूत्र बताते हैं कि उनके बड़े भाई सतीश सिकरवार का नाम ग्वालियर पूर्व से भेजा गया है। ऐसे में भाजपा ने सुमावली से पिछली बार बसपा के उम्मीदवार रहे अजब सिंह कुशवाहा को लड़ाने का मन बनाया है। अशोक नगर जिले की चंदेरी सीट पर हाल ही में भाजपा में आए बाबा गणेशानंद और कांग्रेस से नपा अध्यक्ष बने भूपेंद्र द्विवेदी में से किसी एक को भाजपा चुनाव लड़ाऐगी। कटनी जिले की बहोरीबंद से निशीथ पटेल पर भाजपा दांव लगा सकती है। निशीथ 2013 का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे, लेकिन भाजपा के प्रभात पांडे से हार गए थे। पांडे के निधन के बाद हुए उपचुनाव में वे भाजपा में आ गए थे।

कटनी की विजयराघवगढ सीट पर कांग्रेस से भाजपा में आए संजय पाठक भाजपा उम्मीदवार होंगे। 2013 चुनाव में वे कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। सिवनी से मुनमुन राय का टिकट पक्का है, वे पुराने कांग्रेसी हैं और पिछला चुनाव निर्दलीय के रूप में जीते थे। नरसिंहपुर जिले की तेंदुखेडा सीट से सांसद राव उदय प्रताप सिंह का नाम लगभग तय है, यही कारण है कि विधायक संजू शर्मा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सिंह पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान ही कांग्रेस से भाजपा में आए थे। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल के खिलाफ भी भाजपा नए चेहरे को उतारने की कोशिश में है। यह चेहरा उनका कोई नजदीकी रिश्तेदार हो सकता है।

भोपाल की दो सीटों का फैसला शाह करेंगे 
भोपाल जिले की सात में से पांच सीटों पर भाजपा ने नाम लगभग तय कर लिए है। बैरसिया से विष्णु खत्री, उत्तर से भक्ति शर्मा और रमेश शर्मा गुट्टू में से कोई एक, गोविंदपुरा से कृष्णा गौर, दक्षिण से उमाशंकर गुप्ता, नरेला से विश्वास सारंग। हुजूर और मध्य सीट पर मामला अटका है। हुजूर में संघ भगवानदास सबनानी की पैरवी कर रहा है, यहां से सीएम रामेश्वर शर्मा का और मध्य से सुरेंद्रनाथ सिंह का टिकट नहीं काटना चाहते हैं। ऐसे में मध्य से ध्रुवनारायण सिंह को टिकट दिया जाए या नहीं ये फैसला भी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह करेंगे। सुरेंद्रनाथ नाथ सिंह को चुनाव लड़ाने की मंशा के चलते उन्हें दक्षिण पश्चिम भेजने और गुप्ता को मध्य भोपाल से लड़ाने का विकल्प भी दिया गया है।

सिंगल नाम भी काटेगा केंद्र
प्रदेश भाजपा ने लगभग सौ सीटों पर सिंगल नाम भेजे हैं, लेकिन केंद्र अपने सर्वे के आधार पर बदल सकता है। इसका ताजा उदाहरण छत्तीसगढ़ भाजपा की लिस्ट है। छग भाजपा ने 78 नाम सिंगल भेजे थे। इनमें से 17 नामों को भाजपा संसदीय बोर्ड ने बदल दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि मप्र में भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा के कुछ चहेते चेहरों को केंद्रीय नेतृत्व अपनी रिपोर्ट के आधार पर बदल सकता है।

Created On :   30 Oct 2018 4:04 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story