ब्लैक लिस्टेड इंस्टीट्यूट ने थमाया फर्जी प्रमाणपत्र

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आरोपी दंपति के खिलाफ मामला दर्ज ब्लैक लिस्टेड इंस्टीट्यूट ने थमाया फर्जी प्रमाणपत्र

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रतिबंधित इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षणार्थी को फर्जी प्रमानपत्र थमाए जाने का खुलासा हुआ है। नंदनवन थाने में आरोपी दंपति के खिलाफ प्रकरण दर्ज िकया गया है, लेकिन आरोपियों की िगरफ्तारी नहीं हुई है।

दिया अधूरा प्रशिक्षण
आरोपी दंपत्ति चंदन साकुरे (41) और सरिता साकुरे (37) भाग्यश्री नगर निवासी हैं। सेल्फ फोर्स नाम से उनका एडमिन एड डेवलपमेंट का प्रशिक्षण देने का इंस्टीट्यूट है, जो कि प्रतिबंधित है। इसके बावजूद वह अपने ब्लैक लिस्टेड इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण देकर उनसे तगड़ी फीस वसूल रहे थे। मानेवाड़ा रोड विनकर कॉलोनी निवासी दीपक वासुदेव पराते (23) नामक युवक ने भी आरोपियों के इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण लिया, जिसके चलते उससे 30 हजार रुपए फीस के रूप में वसूले गए। इसके बावजूद उसे आधा-अधूरा ही एडमिन का प्रशिक्षण दिया गय और डेवलपमेंट का दिया ही नहीं गया है।

नौकरी से निकाला, तब पता चला : यह बात 18 अगस्त से 22 नवंबर 2022 के बीच की है। इसके बाद आरोपियों ने दीपक को प्रमाण पत्र जारी िकया। इसके आधार पर दीपक को पुणे में नौकरी लगी। जांच-पड़ताल के दौरान ब्लैक लिस्टेड इंस्टीट्यूट होने से दीपक का प्रमाण पत्र अवैध (फर्जी) ठहराया गया और उसे नौकरी से िनकाल दिया गया है। अन्य संस्थानों में भी उसे नौकरी नहीं िमल रही है। इस कारण दीपक ने साकुरे दंपति के खिलाफ शिकायत की। घटित प्रकरण के खुसासे से शुक्रवार को हवालदार धनराज मडावी ने आरोपी दंपति के खिलाफ प्रकरण दर्ज िकया है। उनकी िगरफ्तारी होना बाकी है।

 

Created On :   24 Sept 2022 6:43 PM IST

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