पत्नी से की छेड़छाड़ तो पति ने साथी के साथ मिलकर की हत्या, अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश

blind murder case exposed of balaghat, husband arrested in man murder case
पत्नी से की छेड़छाड़ तो पति ने साथी के साथ मिलकर की हत्या, अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश
पत्नी से की छेड़छाड़ तो पति ने साथी के साथ मिलकर की हत्या, अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश

डिजिटल डेस्क बालाघाट। बैहर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए हत्या में लिप्त दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की मानें तो आरोपियों ने हत्या का गुनाह कबूल कर लिया है। हत्या की वजह मृतक का आरोपी की पत्नी से हत्या के दो-तीन दिन पूर्व की गई छेडख़ानी को इसकी वजह बताया जा रहा है। बताया जाता है कि आरोपी रोशनलाल बघेल को उसकी पत्नी ने जानकारी दी थी कि रामदास धार्वे ने उसके साथ छेड़छाड़ की है। जिससे आक्रोशित आरोपी रोशनलाल ने अपने साथी के साथ मिलकर रामदास धार्वे की हत्या कर दी और हत्या का साक्ष्य छुपाने की मंशा से रामदास धार्वे के शव को तालाब में फेंक दिया था, ताकि तालाब के पानी में डूबने से रामदास धार्वे की मौत बताई जा सकें किन्तु पीएम रिपोर्ट और पुलिस जांच में यह साफ हो गया कि रामदास धार्वे की हत्या कर उसके शव को तालाब में फेंका गया था। जिसके आधार पर बैहर पुलिस ने जांच करते हुए घटना के 24 घंटे के भीतर ही हत्या में लिप्त रोशनलाल बघेल और उसके एक और साथी जगदीश मेरावी को पुलिस ने हत्या के अपराध में गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनो ही आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर उपजेल पहुंचा दिया गया है।
    तालाब में मिला था अज्ञात शव
घटनाक्रम के अनुसार बैहर पुलिस को रौंधाटोला झारा तालाब में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। जिसकी पतासाजी करने पर उसकी पहचान झाराखेड़ा निवासी रामदास धार्वे के रूप में हुई थी। जिस पर पुलिस ने पीएम रिपोर्ट और जांच के बाद हत्या का अपराध पाते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 302 एवं 201 के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया था। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में हत्या की जांच कर रही बैहर थाना प्रभारी मनोज सोनी की टीम ने घटना के बाद लखनलाल बघेल और जगदीश मेरावी उर्फ भुरा पिता धरमसिंह मरावी को गिरफ्तार किया। जिन्होंने पुलिस पूछताछ में रामदास धार्वे की हत्या करना कबूल करते हुए हत्या की वजह भी बताई। जिसके बाद पुलिस ने दोनो ही आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया।
    24 घंटे के भीतर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाकर आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी मनोज सोनी, एएसआई शिवाजी तिवारी, राजकुमार कार्तिकेय, प्रधान आरक्षक व्यंकटराव सहारे, आरक्षक विनोद कुमरे, संतराम परते, कुंवरसिंह धुर्वे, धर्मेन्द्र पटवारी, राजाबाबु शुक्ला, केमेश्वर सिल्हारे, राजवीर रावत, भूपेन्द्र मरावी और महिला आरक्षक शारदा उईके का सहयोग सराहनीय रहा।
इनका कहना है
झारा तालाब में मिले व्यक्ति के शव की जांच और पीएम रिपोर्ट के आधार पर हत्या का अपराध मानते हुए पुलिस जांच कर रही थी। जिसकी जांच के दौरान दोनो आरोपियों की भूमिका नजर आने पर मामले में उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने हत्या करना कबूल किया और हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने की मंशा से तालाब को शव में फेंकना स्वीकार किया है। जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें माननीय न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें उपजेल भिजवा दिया गया है, मामले की जांच जारी है।
मनोज सोनी, थाना प्रभारी, बैहर थाना

 

Created On :   20 March 2018 1:38 PM IST

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