ब्लड की कमी से जूझ रहे थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे

blood problem in nagpur hospital for the Thalassemia, sickle cell patients
ब्लड की कमी से जूझ रहे थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे
ब्लड की कमी से जूझ रहे थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे

डिजिटल डेस्क नागपुर। सरकारी स्वास्थ्य योजना का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार को पोल मेडिकल अस्पताल में फिर खुल गई। वैसे तो थैलेसीमिया, सिकलसेल सहित अन्य गंभीर बीमारियों के मरीजों को नि:शुल्क रक्त उपलब्ध कराने के बड़े-बड़े दावे किए जााते हैं, लेकिन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) में मरीज को रक्त लेने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार मरीजों को घंटों इंतजार कराने के बाद वापस भेज दिया जाता है। सोमवार को एक 13 साल की किशोरी को पीआरसी ब्लड नहीं मिलने से उसे वापस लौटना पड़ा।

परेशानी झेल रहे बच्चे
जानकारी के अनुसार मोमिनपुरा निवासी थैलेसीमिया की मरीज मनतशा अंसारी (13) को सुबह 9 बजे मेडिकल में भर्ती करवाया गया। यहां दोपहर 3 बजे तक मरीज के निकाले गए सैंपल को ही नहीं लिया गया। इसके बाद परिजनों ने जब डॉक्टरों से चर्चा की, तो डॉक्टर ने बताया कि मरीज को संक्रमण होने का खतरा है, इसलिए उसे जो ब्लड चढ़ाया जाता है, उसकी हमारे यहां मशीन नहीं है। अाखिरकार परेशान होकर परिजन निजी अस्पताल ले कर चले गए। इसके साथ ही वार्ड में भर्ती रामटेक निवासी कलश काकणे (6) दोपहर 12 बजे से ब्लड का इंतजार कर रहा था। डॉक्टरों ने कहा कि शाम को मिलेगा। वहीं मध्यप्रदेश के चिखली निवासी थैलेसीमिया मरीज (5) श्रेनु भोंडेकर को भी शाम 5 बजे ब्लड मिलने की बात कही गई। मरीज की मां ने बताया कि दिन भर इंतजार करने के बाद भी ब्लड नहीं मिलता है, फिर एक सप्ताह बाद की तारीख दी जाती है। इन सभी मरीजों का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव बताया गया है।

रक्त देने से मना कर देते हैं
आरोप है कि ब्लड बैंक में ब्लड होने के बाद भी मना कर दिया जाता है। इससे विभिन्न विभागों के डॉक्टर भी परेशान हैं। अधिकांश बार ब्लड बैंक से ब्लड मांगने पर  ‘ब्लड नो एवलेबल’ लिखकर वापस भेज दिया जाता है। इसके बाद डॉक्टर मरीजों को बाहर से ब्लड मंगवाने की सलाह देते हैं

डीन को सौंपा ज्ञापन
थैलेसीमिया मरीजों को ब्लड नहीं मिलने के विरोध में शहर युवक कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष फजलुर रहमान कुरैशी ने मेडिकल डीन डॉ. अभिमन्यु निसवाडे को ज्ञापन सौंपकर मरीजों को ब्लड उपलब्ध करवाने की मांग की है। डीन ने कहा कि यदि हमारे पास ब्लड नहीं है, तो 104 नंबर और डागा अस्पताल से ब्लड उपलब्ध करवाते हैं।

Created On :   14 March 2018 1:17 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story