- आम आदमी को एक और बड़ा झटका, एलपीजी सिलेंडर के दामों में 25 रुपए का इजाफा
- दिल्ली: सिस्टर पी. निवेदा ने लगाई पीएम मोदी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज
- पीएम मोदी बोले- कृषि में प्राइवेट सेक्टर को बढ़ावा देने का वक्त आ गया है
- दिल्लीः पीएम मोदी ने AIIMS में कोरोना वैक्सीन लगवाई, लोगों से की अपील- बेफिक्र होकर लगवाएं टीका
- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का तमिलनाडु दौरा, कन्याकुमारी में छात्रों से करेंगे संवाद
मिजोरम में भी निकाय चुनाव में भाजपा का खाता नहीं खुला, पंजाब के बाद यह दूसरा झटका

डिजिटल डेस्क (भोपाल)। किसान आंदोलन और महंगाई के बीच पिछले दो राज्यों के निकाय चुनाव में भाजपा का खाता भी नहीं खुला है। पहले पंजाब और अब मिजोरम में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा है। सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने 19 में से 11 सीटें जीतकर आइजोल नगर निगम (एएमसी) का चुनाव अपने नाम कर लिया। सभी 19 वार्डों में चुनाव लड़ने वाली मुख्य विपक्षी पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) ने 6 में जीत हासिल की, जबकि 2 मौजूदा पार्षदों सहित 19 उम्मीदवारों को मैदान में उतारने वाली कांग्रेस ने 2 सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा एक भी सीट जीतने में नाकाम रही। कुल 7 मौजूदा पार्षदों (एमएनएफ-6 और कांग्रेस-2) को फिर से चुना गया है, जबकि 12 अन्य नए चेहरे हैं। बीजेपी ने 9 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह एक भी सीट नहीं जीत सकी।
मुख्यमंत्री और एमएनएफ अध्यक्ष जोरमथंगा ने जीत पर खुशी जताई। उन्होंने एमएनएफ को एएमसी में सत्ता बरकरार रखने के लिए मतदान करने के लिए लोगों का आभार जताया। उन्होंने ट्विटर पर जाकर लिखा, मैं तहे दिल से और ईमानदारी से मिजोरम के लोगों को मिजोरम नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) पर भरोसा करने के लिए पर्याप्त धन्यवाद नहीं दे सकता कि वह आइजोल नगर निगम सिविक पोल 2021 में विभिन्न विकास लक्ष्यों के लिए मशाल वाहक है। मिजोरम सरकार अपनी पूरी कोशिश करेगी।
20 महिलाओं सहित कम से कम 66 उम्मीदवार मैदान में थे। मंगलवार को हुए नगर निकाय चुनाव में कुल 2,20,110 वोटों में से 64.19 फीसदी वोट पड़े हैं। 2015 में हुए पिछले नगर निकाय चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट ने इतनी ही सीटें (11) जीती थीं।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।