इमारतों व निर्माणकार्यों के मलबे की होगी रीसाइक्लिंग

Building and construction debris will be recycled
इमारतों व निर्माणकार्यों के मलबे की होगी रीसाइक्लिंग
नागपुर इमारतों व निर्माणकार्यों के मलबे की होगी रीसाइक्लिंग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भवन निर्माणकार्य के दौरान निकलने वाला कचरा तथा तोड़ी जाने वाली इमारतों के मलबे की समस्या से शहर को जल्द राहत मिलेगी। इस मलबे को रीसाइक्लिंग करने के बाद पुन: उपयोग में लाया जाएगा। इसके लिए भांडेवाड़ी में सी एंड डी वेस्ट प्रोजेक्ट लगाया जाएगा। महाराष्ट्र में नागपुर दूसरा शहर होगा, जहां यह प्लांट लगाया जाएगा। इसे लेकर मनपा और रामकी एन्वायरो इंजीनियरिंग लिमिटेड अंतर्गत हैदराबाद सी एंड डी वेस्ट प्रा. लिमिटेड कंपनी के बीच करार हुआ है। मनपा आयुक्त कक्ष में स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की कार्यकारी अभियंता श्वेता बैनर्जी और प्रकल्प का संचालन करने वाली कंपनी के वरिष्ठ सहायक प्रबंधक माधवी जी. ने करार पर हस्ताक्षर किए।

मनपा और हैदराबाद की सी एंड डी कंपनी के बीच करार
मनपा देगी 5 एकड़ जमीन :  इस प्लांट को लगाने के लिए मनपा की ओर से भांडेवाड़ी में 5 एकड़ जमीन दी जाएगी। कंपनी के प्रबंधक ने शुक्रवार को उक्त जमीन का मुआयना किया। इस प्लांट के शुरू होने के बाद शहर में जगह-जगह दिखाई देने वाला इमारतों व निर्माणकार्यों का मलबा दिखाई नहीं देगा। मैदानों व खुली जगह पड़े मलबे की रीसाइक्लिंग होने पर उसका पुन: उपयोग होगा और शहर की स्वच्छता और खूबसूरती बढ़ाने में मदद मिलेगी।

प्रतिदिन 200 टन कचरे पर होगाी प्रक्रिया
सी एंड डी प्रोजेक्ट में प्रतिदिन 200 टन कचरे पर प्रक्रिया होगी। उसके बाद उससे निर्माणकार्य में उपयोगी सामग्री का उत्पादन किया जाएगा। रेत, ईंट, पेवर ब्लॉक तथा टाइल्स बनाई जाएंगी।

कंपनी करेगी मलबा संकलन
इमारत व निर्माणकार्यों के मलबा का संकलन प्रकल्प संचालित करने वाली कंपनी करेगी। इस काम के लिए मनपा पर किसी भी प्रकार का आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। महाराष्ट्र में नागपुर दूसरा शहर है, जहां इमारत व निर्माणकार्य के मलबे का रीसाइक्लिंग कर उसका फिर से निर्माणकार्य में उपयोग किया जाएगा।


 

 


 

Created On :   26 March 2022 5:51 PM IST

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