आटा-दाल के साथ चूल्हा जलाना भी हुआ महंगा, पेट्रोल लगातार आग लगा रहा

Burning the stove with flour and pulses also became expensive, petrol and diesel were on fire continuously
आटा-दाल के साथ चूल्हा जलाना भी हुआ महंगा, पेट्रोल लगातार आग लगा रहा
आटा-दाल के साथ चूल्हा जलाना भी हुआ महंगा, पेट्रोल लगातार आग लगा रहा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आटा-दाल, सिलेंडर सहित पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ने से आम जनता महंगाई की मार झेल रही है। गत 102 दिन में पहली बार डीजल 17 पैसे सस्ता हुआ है। इसके पहले 30 मार्च से 11 जुलाई तक डीजल के दाम 9 रुपए 56 पैसे प्रति लीटर तक बढ़े। हालांकि इसके बाद भी जनवरी से अभी तक छह माह में डीजल की कीमतों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है। इससे परिवहन लागत भी बढ़ी है। इसका असर राेजमर्रा की वस्तुएं जैसे आटा, दाल, चावल, खाद्य-तेल सभी के भावों पर पड़ा है।

कच्चा माल महंगा मिल रहा : नाग विदर्भ  चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अश्विन मेहाड़िया कहते हैं कि डीजल महंगा होने से उत्पादकों को कच्चा माल महंगा मिल रहा है। इससे कीमत बढ़ रही है। जब उत्पाद बिकने के लिए बाजार में परिवहन होकर आता है तो इसकी लागत और बढ़ जाती है।
उत्पादकों ने बढ़ाए दाम, इसलिए भी असर : नागपुर ट्रकर्स यूनिटी के अध्यक्ष कुक्कू मारवाह का कहना है माल भाड़ा अभी कई जगह की बढ़ी ही नहीं है, क्योंकि मांग और आपूर्ति में अंतर है। अभी तो हालात यह है कि ट्रांसपोर्टरों को ही माल नहीं मिल रहा है। मांग बढ़ने पर ही माल भाड़ा बढ़ सकेगा। अभी बढ़ोत्तरी फिलहाल उत्पादकों की ओर से ही की गई है।

डीजल के भाव में 6 माह में बदलाव
1 जनवरी : 79.55
14 जुलाई : 95.65
बढ़ोतरी : 16.10 रु. प्रति लीटर

आम उपयोग की वस्तुओं की कीमतों में ऐसे बदलाव हुआ
वस्तु    जनवरी    जुलाई
आटा    23    25
चना दाल    65    70
सोयाबीन तेल    150    160
मैदा     22    24
रवा    24    26
बादाम    620    740
लौंग     500    800
भाव रुपए प्रति किलो

Created On :   15 July 2021 6:16 AM GMT

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