सीएए गुलाम बनाने की साजिश : पूर्व जस्टिस पाटिल

CAA conspiracy to enslave: former Justice Patil
सीएए गुलाम बनाने की साजिश : पूर्व जस्टिस पाटिल
सीएए गुलाम बनाने की साजिश : पूर्व जस्टिस पाटिल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरुद्ध एलायंस के राज्य संयोजक पूर्व जस्टिस बीजी कोलसे पाटिल ने कहा कि जिस फांसीवादी व्यवस्था ने अपना घर-बार छोड़कर महिलाओं को यहां आने पर मजबूर किया है, हम उनका धन्यवाद करते हैं। आज ईवीएम से चुने हुए लोग शासन चला रहे हैं। हिंदुत्ववादी मनुवादी हैं। हमें हिंदू कह कर वे हमको कुचलना चाहते हैं। उन्हें हमारा संविधान जहरीला दिखाई देता है, वह हमसे मतदान का अधिकार छीनना चाहते हैं। सीएए जैसे काले कानूनों पर हम अभी संवाद करना चाहते हैं, ये कानून गुलाम बनाने की साजिश है।

इनकी रही उपस्थिति
जाफर नगर मैदान पर सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध में 61 सामाजिक संगठनों का फेडरेशन ऑफ ऑर्गनाइजेशन फॉर सोशल जस्टिस सेक्युलरिज्म एंड डेमोक्रेसी के संयुक्त तत्वावधान में जनसभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व जस्टिस पाटील बोल रहे थे। अध्यक्षता ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ के प्रवक्ता और जमाअत ए इस्लामी हिंद की मजलिस ए शूरा के सदस्य डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास ने की। प्रमुखता से पूर्व आईपीएस अधिकारी अब्दुल रहमान, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के जगजीत सिंह, गुरुदेव सेवा मंडल के ज्ञानेश्वर रक्षक, सलीम खान उपस्थित थे।

मंच पर प्रशांत बंसोड़, हाफिज अब्दुल बासित, प्रोफेसर मोहम्मद अयूब खान, डॉ आसिफुज्जमां खान, नितीन सरदार, मराठा सेवा संघ के जिलाध्यक्ष दिलीप खोडगे, त्रिलोक हजारे, शोएब आसिम, जमियत उलेमा-ए-हिंद के हाफिज मसऊद आदि उपस्थित थे। 

लोग कुपोषण के शिकार हो गए हैं
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास ने कहा कि केंद्र सरकार भारत को विश्व गुरु का दर्जा दिलाने चली थी और अब हाल यह है कि देश के एक तिहाई लोग कुपोषण के शिकार हो गए हैं। डॉ. कृष्ण कांबले ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नुरुल अमीन ने किया। 

स्वाधीनता में कोई योगदान नहीं
पूर्व आईपीएस अधिकारी अब्दुल रहमान ने कहा कि हम जिस उग्रता के साथ इस काले कानून का विरोध कर रहे हैं, वह हमें पहले ही दिखाना चाहिए था। हमने अपने अधिकारों को भूला दिया है। इस सरकार के बनाए गए अधिकतर कानून अदालतों में विचाराधीन हैं। सरकार संविधान  को छोड़कर कानून बना रही है। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के जगजीत सिंह ने कहा कि हमें इनसे देश छुड़ाना है। देश की स्वाधीनता में इनका कोई योगदान नहीं है। सीएए, एनआरसी, एनपीआर में हम इन्हें कोई जानकारी नहीं देंगे।

गुरुदेव सेवा मंडल के ज्ञानेश्वर रक्षक ने कहा कि अब हम स्वतंत्रता के फर्ज को निभाने के लिए एक हो रहे हैं। उन्होंने संत तुकड़ोजी महाराज के जरिये विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला। सलीम खान ने कहा कि केंद्र सरकार इस काले कानून के माध्यम से हमारे बीच भेदभाव पैदा करना चाहती है। मीडिया विरोध प्रदर्शन की बात नहीं करता, बल्कि वह एक पक्षीय बात रखता है। हमें मीडिया को त्यागना चाहिए।
 

Created On :   17 Feb 2020 6:22 AM GMT

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