कैंसर मरीजों को दवाओं के लिए जाना पड़ता है जबलपुर, न टेबलेट है और न इंजेक्शन

Cancer patients have to go Jabalpur hospital for the medicines
कैंसर मरीजों को दवाओं के लिए जाना पड़ता है जबलपुर, न टेबलेट है और न इंजेक्शन
कैंसर मरीजों को दवाओं के लिए जाना पड़ता है जबलपुर, न टेबलेट है और न इंजेक्शन

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जिले में तेजी से कैंसर रोगी बढ़ रहे है। इन मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में एनसीडी क्लीनिक भी खोली गई है, लेकिन क्लीनिक में मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। जिला अस्पताल के हालात यह है कि कैंसर पीडि़तों के सामने इलाज के लिए दो ऑप्शन रखे जा रहे है। पहला- बाजार से दवा खरीदकर लाओ और दूसरा- जबलपुर मेडिकल कॉलेज की दौड़ लगाओ। दरअसल जिला अस्पताल में कैंसर की सभी दवाएं खत्म हो गई। स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा कैंसर पीडि़तों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में 19 प्रकार की दवाएं उपलब्ध कराई जाती है। जिसमें 3 प्रकार की टेबलेट और 16 प्रकार के इंजेक्शन शामिल है। पिछले लगभग छह माह से बालाघाट डिपो से दवा की सप्लाई नहीं हो पाई है। जिसकी वजह से अस्पताल में दवाओं का टोटा बना हुआ है। दवाएं खत्म होने से मरीजों को प्राथमिक इलाज के बाद जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया जा रहा है।

1 हजार 129 कैंसर पीडि़त मरीज
जिला अस्पताल की एनसीडी क्लीनिक में 1 हजार 129 कैंसर पीडि़त मरीजों का पंजीयन है। इनमें से 649 कैंसर पीडि़त मरीजों को कीमोथैरेपी दी जा रही है। जिला अस्पताल में दवाएं खत्म होने की वजह से इन मरीजों का कीमो नहीं हो पा रहा है।

खरीदकर लानी पड़ रही दवाएं
जिले के 649 कैंसर पीडि़तों को कीमोथैरेपी दी जा रही है। कीमोथैरेपी के लिए उपयोगी दवाएं खत्म होने से मरीजों के परिजनों को दवाएं बाजार से खरीद कर लानी पड़ रही है। आर्थिक रुप से सक्षम मरीज दवाएं लाकर कीमोथैरेपी करा रहे है, शेष मरीजों को जबलपुर मेडिकल कॉलेज जाना पड़ रहा है।

डिपो से नहीं हो रही सप्लाई
जिला अस्पताल में कैंसर की दवाओं की सप्लाई के लिए बालाघाट में डिपो बनाया गया है। दवाओं की कमी शुरू होते ही जिला अस्पताल प्रबंधन द्वारा बालाघाट डिपो को सप्लाई के लिए पत्र लिखा गया था। बीते छह माह में दर्जनों पत्राचार के बाद भी दवाओं की सप्लाई नहीं हो पाई है।

क्या कहते हैं अधिकारी
॥जिला अस्पताल में कैंसर की सभी दवाएं खत्म हो चुकी है। दवाओं की सप्लाई के लिए बालाघाट के अधिकारियों को पत्र भेजा गया है। लेकिन सप्लाई नहीं हो पाई है। प्रबंधन दवाओं की व्यवस्था बनाने प्रयास कर रहा है।
-डॉ. दीपेन्द्र सलामे, कैंसर विशेषज्ञ, जिला नोडल अधिकारी

Created On :   24 Nov 2018 8:15 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story