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लापरवाह आंगनवाड़ी सेविका का होगा निलंबन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कामठी तहसील के भिलगांव और खसाला आंगनवाड़ी में गंदगी और दुर्गंध के लिए आंनगवाड़ी सेविका की जिम्मेदारी तय की गई है। उसे निलंबित करने का प्रस्ताव जिला महिला व बाल विकास विभाग के पास पहुंच गई है। उसका जल्द निलंबन किया जाएगा और सीडीपीओ तथा पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने की जानकारी विभाग की सभापति उज्ज्वला बोढारे ने पत्र परिषद में दी। गत सप्ताह जिला परिषद पदाधिकारियों ने कामठी तहसील की भिलगांव और खसाला आंनगवाड़ियों का औचक निरीक्षण किया। आंगनवाड़ी में गंदगी, दुर्गंध थी। इसके लिए आंगनवाड़ी सेविका की जिम्मेदारी तय की गई है। उसके निलंबन का प्रस्ताव तैयार कर जिला परिषद के महिला व बाल कल्याण विभाग के पास भेज दिया गया है। सीडीपीओ और पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। भविष्य में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने व जिले की किसी भी आंगनवाड़ी में लापरवाही सामने आने पर सीधे निलंबन कार्रवाई करने की सभापति बोढारे ने चेतावनी दी।
रिक्त पद भरने के निर्देश
महिला व बाल कल्याण विभाग के पर्यवेक्षिय अनेक पद रिक्त है। जिले में बाल विकास प्रकल्प अधिकारी के 13 पद मंजूर है। इसमें से 7 पद रिक्त है। पर्यवेक्षकों के 67 पदों में से 33 पद रिक्त है। आंगनवाड़ी सेविका के 73, मिनी आंगनवाड़ी में 9 और सहायकों के 140 पद रिक्त है। सभी रिक्त पद तत्काल भरने के निर्देश दिए गए।
आंगनवाड़ी कर्मचारियों की क्रीड़ा स्पर्धा
जिला परिषद कर्मचारियों की प्रति वर्ष क्रीड़ा स्पर्धा होती है। उसी की तर्ज पर आंगनवाड़ी सेविका, सहायक और पर्यवेक्षकों की क्रीड़ा व सांस्कृतिक स्पर्धा के आयोजन का समिति की बैठक में निर्णय लिए जाने की सभापति ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगामी बजट में स्पर्धा के लिए प्रावधान किया जाएगा।
मिनी आंगनवाड़ियों का होगा विस्तार
जिले में 64 मिनी आंगवाड़ी मंजूर हैं। इसमें से 62 क्रियान्वित हैं। मिनी आंगनवाड़ियों का विस्तार कर बड़ी आंगनवाड़ियों में परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया है। 15वें वित्त आयोग की निधि से आंगनवाड़ियों में विद्युतीकरण करने का नियोजन है। खनिज प्रतिष्ठान के डेढ़ करोड निधि से आंगनवाड़ियों का डिजिटलाइजेशन की योजना बनाए जाने की सभापति ने जानकारी दी।
Created On :   14 Jan 2021 4:09 PM IST