6-6 महीने बाद मिल रहा निराधार, अपंग, विधवा, बुजुर्गों का जीवन निर्वाह भत्ता

carelessness and corruption in old age and handicap pension in nagpur
6-6 महीने बाद मिल रहा निराधार, अपंग, विधवा, बुजुर्गों का जीवन निर्वाह भत्ता
6-6 महीने बाद मिल रहा निराधार, अपंग, विधवा, बुजुर्गों का जीवन निर्वाह भत्ता

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सरकार भले ही निराधार, अपंग, विधवा तथा बुजुर्गों को जीवन निर्वाह के लिए भत्ता दे रही हो, लेकिन बैंक हैं कि अपनी मनमानी के चलते रकम को लाभार्थियों के खातों में डालने में 6-6 माह लगा रहे हैं। लाभार्थी बैंक के चक्कर लगा रहे हैं और बैंक है तो कभी इस तो कभी उस बहाने उन्हें टाल रहे हैं। मुश्किल यह है कि इन निराधार, अपंग, विधवा तथा बुजुर्गों के यहां खाने के लाले पड़े हुए हैं और भूखमरी से मरने की नौबत आ रही है, लेकिन बैंक अधिकारी पसीजने को तैयार नहीं हैं।

यह है पूरा प्रकरण
भंडारा रोड कापसी के करीब 108 लोग सरकार की श्रावणबाल निराधार योजना तथा संजय गांधी निराधार योजना के लाभार्थी हैं। योजना के अनुसार सरकार इन्हें 600 रुपए व 900 रुपए प्रतिमाह जीवनयापन भत्ता देती है। अप्रैल माह में इन लाभार्थियों के खाते में फरवरी माह का भत्ता बैंक ने जमा किया था। इसके बाद से कोई भी राशि इन्हें नहीं दी गई है। लाभार्थियों का कहना है कि कापसी नागपुर ग्रामीण तहसील के अंतर्गत आता है और तहसील कार्यालय ने सभी लाभार्थियों की मार्च व अप्रैल माह की पूरी राशि जून माह में कापसी स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में भेज दी थी, लेकिन बैंक ने अभी तक यह राशि लाभर्थियों के खातों में नहीं डाली है। लाभार्थियों के अनुसार, बैंक का कहना है कि रकम के साथ सूची की साॅफ्ट कॉपी नहीं आई है और 1-1 एन्ट्री करना मुश्किल है। तहसील जब सूची भेजगी, तब ही सबके खाते में रकम जमा हो पाएगी। उधर तहसील कार्यालय का कहना है कि राशि के साथ सूची भी भेज दी गई है। इतना ही नहीं, जून व जुलाई की राशि भी सितंबर में बैंक में तहसील कार्यालय ने पीएनबी बैंक की कापसी शाखा में भेज दी है। 

यह है प्रक्रिया
सरकार निराधारों, अपंगों तथा बुजुर्गों  को जीवन यापन के लिए योजनाएं चलाती है और इन योजनाओं के तहत एक निर्धारित राशि उन्हें दी जाती है। सरकार ने इसके लिए ऐसे व्यक्ति जो इन योजनाओं के तहत जीवन निर्वाह भत्ता पाने के अधिकारी हैं उनके खाते बैंकों में खुलवाए गए हैं। सरकार बैंकों की शाखाओं को इन खातों के हिसाब से रकम सीधे भेज देती है। साथ ही उन व्यक्तियों के खातों की सूची भी भेजी जाती है। बैंक इस रकम को लाभार्थियों के खाते में जमा कर देती है। 
 

Created On :   5 Oct 2018 1:15 PM IST

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