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संभाजी भिड़े समेत भाजपा-शिवसेना नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिव प्रतिष्ठान के कर्ताधर्ता और भीमा कोरेगांव हिंसा के आरोपी संभाजी भिड़े और उनके साथियों के खिलाफ दंगा फैलाने से जुड़े तीन मामले राज्य सरकार ने वापस ले लिए हैं। हालांकि सरकार ने यह साफ किया है कि भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में कोई केस वापस नहीं लिया गया है और उसकी जांच जारी है। RTI के जरिए खुलासा हुआ है कि मौजूदा सरकार ने 41 मामलों में केस वापस लिए हैं जिनमें ज्यादातर भाजपा-शिवसेना नेताओं के खिलाफ थे।
RTI कार्यकर्ता शकील शेख ने दावा किया है कि सूचना के अधिकार के तहत उन्हें गृह विभाग की सूचना व कक्ष अधिकारी प्रज्ञा घाटे ने उन्हें जो जानकारी उपलब्ध कराई है उसमें खुलासा हुआ है कि सरकार ने जून 2017 से 14 सितंबर 2018 के बीच 41 मामलों में हजारों आरोपियों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए हैं। इसके लिए आठ शासनादेश जारी किए गए। जिन लोगों के खिलाफ मामले वापस लिए गए हैं उनमें से ज्यादातर भाजपा, शिवसेना के विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले हैं।
दरअसल फौजदारी प्रक्रिया दंड संहिता की धारा 321 के प्रावधानों के तहत राज्य सरकार को मामूली अपराधों में दर्ज केस वापस लेने का अधिकार है। लेकिन शेख इस बात पर हैरानी जताते हैं कि दंगा फैलाने जैसे गंभीर मामले में आरोप वापस लिए गए। शेख ने बताया कि गृह विभाग से मिली जानकारी से खुलासा हुआ कि भिड़े और उनके साथियों के खिलाफ सरकार ने तीन मामलों में आरोप वापस लिए लेकिन बाद में उन्होंने गहराई से छानबीन की तो पता चला कि कुल छह मामलों में भिड़े और उनके साथियों के खिलाफ केस वापस लिए गए हैं।
ये मामले फिल्म जोधा अकबर के विरोध में प्रदर्शनों के दौरान दर्ज किए गए थे। शेख ने मुताबिक भिड़े के खिलाफ मिरज दंगों से जुड़े मामले भी सरकार ने वापस लिए हैं। शेख ने मांग की है कि सरकार अपने फैसले को रद्द करते हुए आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पूरी करे।
इन नेताओं को भी सरकार ने दी राहत
- राजू शेट्टी व अन्य (सांसद, शेतकरी पक्ष) 2 मामले वापस
- संजय घाटगे (शिवसेना नेता)
- नीलम गोर्हे (विधायक शिवसेना) मिलिंद नार्वेकर (निजी सचिव उद्धव ठाकरे)
- संजय (बाला) भेड्गे (भाजपा नेता)
- प्रशांत ठाकुर (भाजपा विधायक)
- विकास मठकरी (भाजपा विधायक)
- अनिल राठौड (शिवसेना नेता)2 मामले वापस
- अभय छाजेड (कांग्रेस नेता)
- अजय चौधरी (शिवसेना विधायक)
- डॉ दिलीप येलगांवकर (भाजपा विधायक)
- आशीष देशमुख (भाजपा विधायक)
- किरण पावसकर (राकांपा विधायक)
विपक्ष ने साधा निशाना
विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता राधाकृष्ण विखेपाटील ने इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा है। कटाक्ष करते हुए विखेपाटील ने कहा कि संभाजी भिड़े को भारत रत्न या महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार दे दीजिए। उन्होंने कहा कि संभाजी भिड़े पर सरकार का विशेष प्रेम बार बार नजर आता है ऐसे में सिर्फ आपराधिक मामले वापस लेने के बजाय उन्हें महाराष्ट्र भूषण या भारत रत्न पुरस्कार दे दिया जाए। उन्होंने भिड़े के खिलाफ दर्ज वापस लेने के सरकार के फैसले को हैरान करने वाला बताया। विखेपाटील ने कहा कि इस फैसले से साफ है कि भिड़े को सरकार का समर्थन होने का विपक्ष का आरोप सही है।
Created On :   1 Oct 2018 8:41 PM IST